32 प्रतिशत आरक्षण को यथावत रखने आदिवासी समाज ने चक्का जाम कर किया विरोध प्रदर्शन

पारम्परिक वेशभूषा मे नजर आये सामाजिक लोग 

रितेश पटेल

कोंडागांव (गंगा प्रकाश)- आदिवासी समाज ने आरक्षण में कटौती को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग  30 पर कोंडागांव में  घंटों जाम कर  32 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति भारत सरकार के नाम कलेक्टर को पत्र सौंपा ,इस दौरान लगातार धरने में बड़ी संख्या में समाज से जुडे लोग अपने पारम्परिक वेशभूषा, वाद्ययंत्रों के साथ शामिल हुए । यहाँ मौजूद लोग राज्य सरकार होश में आओ, हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते जैसे नारे लगा रहे हैं। चक्का जाम के कारण  यातायात प्रभावित रहने से यात्री पूरे दिन परेशान रहे।बंद के दौरान उत्पन्न होने वाले अप्रिय स्थिति से निपटने सुरक्षा के मद्देनजर जगह जगह सुरक्षा बल तैनात रहे।आरक्षण में कटौती से नाराज सर्व आदिवासी समाज के लोग मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 पर नारायणपुर तिराहे चौक के पास सुबह से ही एकत्रित होने लगे, अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार  सुबह 10 बजे से 4 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह जाम कर दिया,सड़क पर वाहनों  की आवाजाही  थम गई,

पारंपरिक हथियारों से लैस सर्व आदिवासी समाज के लोग प्रदर्शन में हुए शामिल 

बंगाराम सोढी सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष ने  संबोधित करते हुए कहा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने वर्ष 2012 में अध्यादेश लाकर 32प्रतिशत आरक्षण लागू किया था, जिसे घटाकर 20प्रतिशत किया गया है, आरक्षण को लेकर  वर्तमान सरकार गहरी नींद में सोई है। हमारी मांगे है 32% आरक्षण लागू करने ,पेशा कानून में संशोधन ,स्थानीय भर्ती लागू करने ,केंद्र के द्वारा वन अधिकार 2022 लागू नहीं करने आदि मांगों को लेकर आंदोलनरत है। इसीलिए आदिवासी समाज सरकार और प्रशासन को जगाने प्रदर्शन कर रहे।हम हमारे हक की लड़ाई लड़ रहे, 32 प्रतिशत आरक्षण को यथावत रखने आंदोलन कर रहे।

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