पुरी शंकराचार्य Posted on November 17, 2022November 17, 2022 by प्रकाश कुमार यादव हर देश में / हर काल में / हर परिस्थिति में / हर व्यक्ति के लिये जो सिद्धान्त उपयोगी हो उसी का नाम सनातन सिद्धान्त है। WhatsApp Facebook 0 Twitter 0 0Shares
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 15, 2022 0 जागर / स्वप्न तथा सुषुप्तिरूपा निद्रा से विरहित सर्वसंकल्प रहित शिलातुल्य संस्थित आत्माकार जो मन:स्थिति है वह स्वरूप स्थिति है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 25, 2022 0 सुषुप्ति की समुपलब्धि के लिये बाह्याभ्यन्तर द्रव्य / भोग और सुख से उपरामता अनिवार्य है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 19, 2022 0 सत्ता का लक्षण अस्तित्व है। सत्ता ब्रह्म है ना कि कोई अन्य। ब्रह्म अतिरिक्त सत्ता नहीं है और माया वस्तुतः नहीं है।