
गोविंद दुर्गम
बीजापुर/भोपालपटनम (गंगा प्रकाश)।भोपालपटनम तहसील के ग्राम पंचायत तिमेड़ आश्रित ग्राम रामपुरम के निवासी स्वर्गीय मिच्चा समैया के जमीन संबंध में प्रशासन एवम ग्रामीणों के बीच चल रहे विवाद में ग्रामीणों की सुद लेने पहुंचे .सी पी आई नेता से ग्रामीणों ने बताया कि स्वर्गीय मिच्चा समैया इंद्रावती नदी किनारे भीमारम पहाड़ में छोटी सी झोपडी बनाकर निवास करते हुए अपने पास के जमीन पर खेती करता था .नदी में बार बार बाढ़ आने के कारण दूसरे जगह बस गए। कुछ समय बाद इनकी मृत्य हो गयी. इनके मृत्य के बाद दोनो पुत्रियों सोमबाई एवम तुलसाबाई को उनकी माता ने उक्त जमीन को दिया है।।यह जमीन में पिछले तीन पीढ़ी से खेती करते आ रहे है। और रामपुरम में कुल 73 परिवार है। जिनमे सिर्फ 09 परिवारों को ही पट्टा मिला हुआ है। जबकि ग्रामपंचायत के सरपंच मीना गोटा ने बताया कि ” ग्रामपंचायत के द्वारा सन 2020 21 में दो बार प्रस्ताव बनाकर जनपद कार्यालय में जमा कराया गया। लेकिन आज तक उस पर किसी प्रकार का कार्यवाही नहीं हुआ”.अभी हाल फिलहाल में प्रशासन के अधिकारी तहसीलदार एवम वन विभाग के कर्मचारी जाकर कटे झाड़ो का मुआवजा बनाकर तुलसबाई को 21000 हजार रुपिए और सोमबई को 10600 रूपिये जुर्माना पटाने व उक्त जमीन को खाली करने की धमकी देने की बात को ग्रामीणों ने सी पी नेता से बताया.जिस मुद्दे को लेकर सी पी आई नेता कमलेश झाड़ी ने पीड़ित पक्ष को लेकर भोपालपटनम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा है कि बस्तर में जल जंगल जमीन पर आदिवासियों का हक है। भोपालपटनम क्षेत्र में बड़े-बड़े रसूखदार बफर जैसे क्षेत्रों में 10-10 20-20 एकड़ जमीन वह भी बेशकीमती सागौन वृक्षों को कटाई कर अवैध रूप से कब्जा कर बैठे हैं। इन रसूखदारो पर कार्यवाही करने के बजाय जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण कर बैठे हैं.बेचारे गरीब आदिवासी जोकि तीन पीढ़ियों से लगातार खेती करने वाले जमीन को खाली करवाने और पुराने ठूंठोको देखकर वन विभाग और तहसील के अधिकारी जुर्माना लगा रहे हैं ।मैं कमलेश झाड़ी प्रशासन से सवाल पूछना चाहता हूं कि आप कार्यवाही करना है तो बफर में कटे जंगलों का पहले मुआवजा बनाएं और उन रसूखदारो से मुआवजा की राशि वसूले। और उन पर तत्काल कार्रवाई करें। सीपीआई नेता कमलेश झाड़ी ने कहा है। कि भोपालपटनम क्षेत्र में आए दिन बेशकीमती इमारती सागौन लकड़ी का तस्करी लगातार हो रहा है विभाग के द्वारा वाहनों को और तस्करों को पकड़ा जाता है।वाहनों को शोपीस जैसा रखकर तस्करों पर बिना कार्रवाई किए छोड़ देना कई संदेह को जन्म देता है। क्षेत्र में रेत गौण खनिज का सफाया होते जा रहा है। प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण कर बैठे हुए हैं ।यह भ्रष्टाचार का खेल बेखौफ चल रहा है। यह भ्रष्टाचार और पीड़ित परिवार को अगर परेशान किया जाए तो आने वाले दिनों में सीपीआई जिला कमेटी की ओर से बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.इस दरमियान सीपीआई के जिला कमेटी के सभी सदस्य पदाधिकारी उपस्थित थे।