
मैनपुर (गंगा प्रकाश)। मैनपुर मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूरी पर हीरे की चमक से पूर्व में ख्याति प्राप्त ग्राम बेहराडीह निवासी जो पिछड़ी कमार जनजाति का ईश्वर नेताम अपनी स्वयं की भूमि पर मेहनत कर दो फसली लगाकर मक्का की खेती कर रहा है जिसमें उन्हें अपने पूरे परिवार सहित मेहनत कर अपनी आमदनी बढ़ा रहा है। जब मीडिया ने उनसे बात करने के लिए गए तो ईश्वर नेताम ने बताया कि मैंने बहुत कोशिश किया कि शासन प्रशासन से मुझे योजनाओं का लाभ मिले मगर कई बार जिले के आला अधिकारी कमार जनजाति ग्राम बेहराडीही पहुंचे मगर मुझे किसी प्रकार का योजनाओं का लाभ नहीं मिला है मैंने स्वयं की लागत से 7 एकड़ में फसल लगाया हुआ था और अभी रबी फसल में मैंने मक्का की खेती कर रहा हूं और मेहनत कर अपनी आमदनी बढ़ाने की कोशिश में जुटा हूं मैं लोगों को प्रेरणा देना चाहता हूं वह चाहे जिस जन समुदाय का हो लेकिन यदि सच्चे दिल और लगन से मेहनत करें तो उन्हें उस मेहनत का फल जरूर प्राप्त होगा इसी उम्मीद से मैंने शासन प्रशासन से योजनाओं के लाभ के लिए उम्मीद रखा हूं मैं जिस तरह से मेहनत कर रहा हूं उस तरह से यदि हर कमार जनजाति के लोग करें तो निश्चय ही हम पिछड़ी जनजाति में गिनती तो जरूर आते हैं मगर हमारी भी एक पहचान बन जाएगी कि हम भी कृषि कार्य को अच्छे ढंग से कर सकते हैं और अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। और हमें और हमें उन्नत खेती का ज्ञान होगा और हम आगे बढ़ सकेंगे।