
घर के लिए खरीदी मोटरसायकिल और खुद के लिए स्मार्टफोन
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महती गोधन न्याय योजना अब महिलाओं के लिए आय का जरिया साबित हो रहा है। गोधन न्याय योजना से जुड़ी महिलाएं स्वयं और अपने परिवार की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ अपने शौक भी पूरे कर रही हैं। गोधन न्याय योजना से जिले के ग्राम तंवरबाहरा की श्रीमती रोमा ध्रुव का जीवन आर्थिक समृद्धि की ओर बढ़ रहा है। गांव के जय मॉ लक्ष्मी स्वसहायता समूह से जुड़कर अपने आय में वृद्वि कर रही है। श्रीमती रोमा ध्रुव ने उत्साहपूर्वक बताया कि जब से योजना की शुरूआत हुई तब से 676 क्विंटल गोबर विक्रय कर अब तक मुझे 1 लाख 30 हजार आय की प्राप्ति हुई है। जिससें मैं धीरे-धीरे अपने घर से जुड़े जरूरत का सामान खरीदी रही हूं। बीते वर्ष गोबर विक्रय से मिले पैसे से घर के लिए मोटरसायकल खरीदे है। जिससें अब कहीं भी आने-जाने में आसानी होती है। उन्होंने इस वर्ष अपने लिए 12 हजार रूपये कीमत की एक स्मार्टफोन भी खरीदी है। श्रीमती रोमा ध्रुव आगे बताती है कि समूह से जुड़ने से पहले वे घर के काम काज में लगी रहती थी। लेकिन अब समूह की अन्य महिलाओं के साथ वे गौठान में गोधन न्याय योजना के साथ दूसरी आजीविका गतिविधियों से जुड़ी हुई हैं। यहां से मिलने वाले आय से वो ज़रूरत का सामान ख़रीद लेकर अपने सपने को पूरा कर रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताते हुए कहती हैं कि उन्होंने ऐसी योजनाएं प्रारंभ की हैं जिससे ग्रामीण जन के साथ महिलाएं भी पहले से आर्थिक रुप से सशक्त हो रही हैं और अपने परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने में अपनी आर्थिक सहभागिता दर्ज कराते हुए अपने शौक और ख्वाहिशों को भी पूरा कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पशुपालन और जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया गया है। योजना के तहत पशुपालकों एवं किसानों से 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीद की जाती है।