
नक्सलियों के द्वारा पीएलजीए की 22 वाँ वर्षगाँठ मनाने पर कही यह बात
संजय सिंह भदौरिया
सुकमा (गंगा प्रकाश): नक्सलियों द्वारा पर्चा जारी कर पीएलजीए का 22 वाँ वर्ष गाँठ मनाने का आह्वान किया गया,नक्सली पर्चे का जवाब देते हुए नक्सल विरोधी फ़ारूख अली ने कहा नक्सली अपना अस्तित्व खो चुके हैं,पीएलजीए का यह वर्ष आख़री साबित होगा.आगे फ़ारूख अली ने नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी को आड़े हाथों लेते हुए कहा पहले केंद्रीय कमेटी यह स्वीकारे की बस्तर के आदिवासियों का शोषण नक्सल संगठन द्वारा किया जाता है.
फ़ारूख अली ने नक्सलियों पर आरोप लगाते हुए कहा माओवादी सिर्फ़ बड़े केडर के मारे जाने का ज़िक्र करते हैं क्षेत्रीय भटके हुए नक्सली जब मारे जाते हैं तो उनका ज़िक्र तक नही करते।
फ़ारूख ने दावा करते हुए कहा की नक्सली छोटे केडर क्षेत्रीय नक्सलियों का ज़िक्र इसी लिए नही करते कहीं ग्रामीण उनसे दूर न हो जायें।
फ़ारूख अली ने कहा नक्सलियों का असली रूप सामने आने लगा है,अब जनता विकास चाहती है,सड़क,पुल,बिजली,स्वास्थ सुविधा कैम्प के स्थापित होने से तेज़ी से ग्रामीणों तक सारी मूलभूत सुविधाएँ पहुँच रही हैं, जिसके चलते नक्सलियों का भय बढ गया है।
नक्सली कभी नही चाहते ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से जुड़ें,यही वजह है कैम्प का विरोध कर रहे हैं।
नक्सलियों को चेतावनी देते हुए फ़ारूख अली ने कहा अब आख़री मोड़ है या आत्मसमर्पण करें या इतिहास बनने तैय्यार रहें।