पुरी शंकराचार्य Posted on December 8, 2022December 8, 2022 by प्रकाश कुमार यादव भगवत्पाद आदि शंकराचार्य महाभाग ने अद्वय चिदात्मा की ब्रह्म रूपता को हृदयङ्गम कर सर्वात्मवाद , एकात्मवाद तथा एकेश्वरवाद को स्वीकार कर तत्त्वतः सबकी अद्वयता का प्रतिपादन किया। WhatsApp Facebook 0 Twitter 0 0Shares
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 15, 2022 0 वैदिक संस्कारों से देह / इन्द्रिय / प्राण और अन्त:करण का शोधन होता है। लौकिक तथा पारलौकिक अभ्युदय सुलभ होता है तथा नि:श्रेयस रूप मोक्ष […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 9, 2022 0 आचार्य शंकर के अनुसार वेदादि शास्त्र प्रतिभा तथा प्रगति के अपहारक या अवरोधक नहीं है अपितु एकमात्र अभिव्यञ्जक हैं।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 30, 2022 0 निर्गुण निराकार ब्रह्म का सगुण निराकार और सगुण साकार स्वरूप अवतार है। निर्गुण निराकार ब्रह्म जल / स्थल और नभ में विद्युत् तुल्य है।