
शासकीय कर्मचारी द्वारा किया जा रहा पंचायत का संचालन, हुआ वीडियो वायरल
ग्रामीणों ने जताया विरोध
1 माह पूर्व 15 दिनों के भीतर निर्माण पूर्ण कराने जनपद सीईओ ने नोटिस जारी कर दिए थे निर्देश अभी तक नहीं हुई कोई कार्रवाई
घटिया निर्माण व राशि गबन का आरोप
अजय चक्रधारी
सुरजपुर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार देने व विकास कार्य करने हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है जिससे ग्राम पंचायत स्तर पर लोगों को सुविधाएं मुहैया कराया जा सके।
लेकिन ग्रामीण स्तर पर सरपंच के द्वारा निर्माण कार्यों की राशि निकालकर बंदरबांट कर लिया जाता है व शासन की योजना धरी की धरी रह जाती है मामला उदयपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत रिखी का है यहां ग्राम पंचायत में 3 वर्ष पूर्व लगभग 6 लाख की लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण सरपंच ग्राम पंचायत के द्वारा कराया जा रहा है, बता दें कि सरपंच के द्वारा राशि आहरण कर लिया गया है और राशियों का बंदरबांट कर लिया गया है 3 वर्षों से निर्माण कार्य अधूरा है ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के द्वारा बार-बार ग्रामसभा के माध्यम से सरपंच को अवगत कराया गया लेकिन सरपंच पति के द्वारा सरपंची का धौंस दिखाकर निर्माण कार्य को आधा अधूरा छोड़ दिया गया है ।
इधर गांव में हो रहे शादी विवाह व कई सार्वजनिक कार्यक्रम हेतु कोई भवन उपलब्ध नहीं होने के कारण ग्रामीण काफी परेशान हैं । लोगों को सामुदायिक भवन का लाभ नहीं मिल पा रहा है जिससे ग्रामीणों में रोष का माहौल व्याप्त है,
ग्रामीणों का कहना है कि जब शासन द्वारा सामुदायिक भवन का स्वीकृति 3 वर्ष पूर्व कराया गया है तो सरपंच की इतनी लापरवाही क्यों है, समझ से परे है।
सरपंच के द्वारा राशि आहरण कर लिया गया है वहीं भवन को भी नहीं बनवाया जा रहा है जिससे हम सबको सार्वजनिक कार्यक्रमों हेतु बैठने तक की जगह नहीं है ऐसी स्थिति में सरपंच के ऊपर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है इधर ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जनपद स्तर के अधिकारियों के संरक्षण में यह सब खेल चल रहा है जिस पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है। उक्त ग्रामीणों ने आधा अधूरा सामुदायिक भवन को पूर्ण कराए जाने व निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई की मांग जिला प्रशासन से की है।
शासकीय कर्मचारी कर रहे हैं ग्राम पंचायत का संचालन
ग्राम पंचायत रिखी के ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में राशियों का बंदरबांट सामुदायिक भवन के नाम से राशि गमन तथा कई अन्य मामलों में सरपंच पति जो शासकीय कर्मचारी हैं उनके द्वारा लगातार पंचायत का संचालन पंचायत भवन में बैठकर किया जा रहा है ।जिसका ग्रामीणों के द्वारा विरोध किए जाने के बाद भी स्थिति यही है कि ग्राम पंचायत के सभी दस्तावेजों में हस्ताक्षर सरपंच पति के द्वारा कर पंचायत का संचालन किया जा रहा है। जिसका वीडियो भी वायरल हो चुका है। जिसके खिलाफ अभी तक किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। जिसका ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध जताया है । ग्रामीणों ने कहा कि कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
जनपद सीईओ के नोटिस को किया गया दरकिनार
जनपद सीईओ पारस पैकरा ने इस संबंध में बताया कि 1 माह पूर्व ही कलेक्टर सरगुजा के निर्देशानुसार सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य 15 दिनों के भीतर नोटिस जारी कर पूर्ण करने के निर्देश ग्राम पंचायत सरपंच सचिव को दिया गया था अभी तक कार्य प्रारंभ तक नहीं की गई है कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में सब इंजीनियर अरविंद निकुंज ने बताया कि 3 वर्ष पहले कार्य शुरू किया गया था कार्य अपूर्ण है। एजेंसी द्वारा कार्य को अधूरा छोड़ा गया है। जिसकी जानकारी जनपद कार्यालय को दी गई है।