
चंद्रशेखर जायसवाल सहयोगी ममता साहू
लैलूंगा (गंगा प्रकाश)। विकास खण्ड लैलूंगा के ग्राम पंचायत मुड़ागाँव के सरपंच एवं सचिव के द्वारा किये गये लाखों रूपये का भ्रष्टाचार के बारे में आप जानकर आश्चर्य चकित हो जायेंगे । क्योंकि यह ग्राम पंचायत में विकास नही विनाश हो रहा है ? और विनाश कैसे आप सुनेंगे तो आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे । इसके बारे में हम आपको विस्तार से बता दें कि ग्राम पंचायत मुड़ागाँव के तत्कालीन सरपंच संपत्ती बाई पैंकरा के विरोध में पंचायत सचिव गंगा राम बेहरा ने मुड़ागाँव के सभी वार्ड पंचों को उकसाते हुए बरगला कर पहले तो दो फाड़ करवा दिया उसके बाद सभी पंचों को सरपंच संपत्ती बाई पैंकरा के खिलाफ मोर्चा खोलवा दिया और संपत्ती बाई पैंकरा अच्छे से काम नही करती है कहकर विद्रोह कराने के पश्चात में पंचों से जनपद पंचायत लैलूंगा में लिखित शिकायत करवाया गया । फिर उसके बाद अविश्वास प्रस्ताव करवाया गया, सरपंच पद से पृथक करवाने के बाद में एक गरीब परिवार की अनपड़ महिला को कार्यवाक सरपंच बनाकर जो भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो जायेगा । क्योंकि पूरे खेल का मास्टर माइंड और कोई नहीं बल्की ग्राम पंचायत मुड़ागाँव का पंचायत सचिव गंगाराम बेहरा है । इन्होने तमाम दांवपेंच के हथकंडे को अपनाने के बाद पूरे पंचायत फंड की लगभग 65 लाख रूपये को गोलमाल कर एक बहुत बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम तक पहुंचा दिया है । जो कि जनहित में जाँच का विषय है। अब यह देखना होगा कि इतने बड़े और फिलहाल ग्राम पंचायत स्तर का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार पर शासन – प्रशासन के द्वारा क्या संज्ञान लिया जाता है इसे तो छ्त्तीसगढ़ केे मुखिया भूपेश बघेल के का रिंदें ही बता सकते हैं ।