योगाचार्य मिथलेश सिन्हा द्वारा सूर्य नमस्कार के अभ्यास मंत्रों के साथ कराया 

छुरा (गंगा प्रकाश)- नगर में पतंजलि युवा भारत, भारत स्वाभिमान न्यास जिला गरियाबंद के तत्वाधान में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे युवा भारत जिला प्रभारी योगाचार्य मिथलेश सिन्हा द्वारा सभी को सूर्य नमस्कार के अभ्यास मंत्रों के साथ कराया गया तथा सूर्य नमस्कार के महत्व को बताते हुए कहा की

प्राचीन काल से ही सूर्य को भगवान के रूप में पूजा जाता रहा है।  जिसके कारण धार्मिक दृष्टि से भी इसका बहुत महत्व है। अब, विज्ञान ने सूर्य की उपचार शक्तियों और सूर्य नमस्कार के स्वास्थ्य लाभों को मान्यता दी है। सूर्योदय की दिशा में सूर्य नमस्कार का अभ्यास शरीर में जरूरी विटामिन ‘डी‘ को बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी से रिकेट्स नामक रोग हो जाता है और मानव शरीर में नाभि के पीछे स्थित सोलर प्लेक्सस सूर्य से जुड़ा होता है। सूर्य नमस्कार श्रृंखला की 12 मुद्राओं का अभ्यास सौर जाल को बढ़ाता है, जो बदले में, अभ्यासियों में रचनात्मक, सहज और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है।सूर्य नमस्कार के फायदे 

आपको रोगमुक्त और स्वस्थ रखने में मदद करता है।

तन और मन के संतुलन को बढ़ाता है।

रक्त परिसंचरण में सुधार करता है।

पाचन तंत्र में सुधार करता है।

दिल को मजबूत करता है।पेट की मांसपेशियों, श्वसन प्रणाली, लसीका प्रणाली, रीढ़ की हड्डी और अन्य आंतरिक अंगों को उत्तेजित करता है।रीढ़, गर्दन, कंधे, हाथ, हाथ, कलाई, पीठ और पैर की मांसपेशियों को टोन करता है, जिससे समग्र लचीलेपन को बढ़ावा मिलता है।मनोवैज्ञानिक रूप से यह शरीर, श्वास और मन के परस्पर संबंध को नियंत्रित करता है।

मन को शांत करते हुए शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद पंचायत छुरा के अध्यक्ष टोकेश्वरी मांझी, अध्यक्षता भारत स्वाभिमान न्यास जिला प्रभारी यशवंत यादव,विशेष अतिथि गोपाल सोनी, रामलाल कुलदीप, मानसिंग निषाद, महेंद्र द्विवेदी, सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य संतोष वर्मा, कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य केके साहू थे। सभी अतिथियों को योग समिति की ओर से स्वदेशी उत्पाद पुस्तिका , स्वामी विवेकानंद जी का छाया चित्र भेंट किया गया एवम भगवा अंग वस्त्र पहनाया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जनपद अध्यक्ष टोकेश्वरी मांझी ने कहा की मकर संक्रांति सूर्य उपासना का प्रमुख पर्व है इसमें सूर्य नमस्कार करने से दीर्घायु जीवन को प्राप्त करता है। प्राचार्य संतोष वर्मा ने कहा सूर्य नमस्कार से एकाग्रता बढ़ती है विद्यार्थियों को प्रतिदिन सुबह अवश्य करना चाहिए। प्राचार्य साहू ने रोज एक घंटा शारीरिक व्यायाम , सूर्य नमस्कार के लिए करना चाहिए। 

सूर्य नमस्कार कार्यक्रम के संयोजक समाज सेवी शीतल ध्रुव ने बताया की मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण मे प्रवेश करते हैं, (दक्षिण गोलार्थ से भ्रमण करते हुए उत्तरी गोलार्ध में प्रविष्ट करते हैं। 

 ज्योतिष आंकलन के अनुसार सूर्य की गति प्रति वर्ष 20 सेकंड बढ़ रही है। हर तीन साल के बाद सूर्य 1 घंटे बढ़ता है,हर  72 साल के बांद सूर्य के 1 दिन के आगे बढ़ता है। इस कारण अब से 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जायेगा। यह पर्व भारत के साथ साथ विभिन्न देशों में भी मनाया जाता है । 

आभार प्रदर्शन करते हुए भारत स्वाभिमान न्यास जिला प्रभारी यशवंत यादव ने कहा कि इसी तरह सभी समाज के सेवा में लगे रहे तथा अपना समय , धन का सहयोग कर समाज को उचित मार्ग्रदर्शन करें । कार्यक्रम में विद्यार्थियो को सूर्य नमस्कार का अभ्यास में सहयोग कर मुख्य मंच में योग शिक्षक हीरालाल साहू, मनहरन पटेल, अर्जुनधनंजय सिन्हा ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में ईश्वर यदु ,मनीष सारडा ,केशव साहू, अजय पांडेय,विजय साहू, पिलेंद्र आड़वंशी , किरण वर्मा, अंजुरानी, नीलम, मैनाज, डोमेश्वर ध्रुव, मोहन ध्रुव, नागेंद्र देवांगन, रेखा प्रधान,भूपत कनौज्जे , लारेंस महिलांगे, युवराज कंवर,नागेंद्र देवांगन, 

गौतम कुमार, परमेश्वर, श्यामाचरण , कामेश, दिनेश कुमार, दीपक कुमार सोरी, विनोद कुमार,अनिल नीलवंशी, अनिल नायक , कौशल साहू एवम शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सरस्वती शिशु मंदिर, बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सैकड़ों छात्र उपस्थित थे। अंत में सभी को तिल लड्डू खिलाकर विदा किया गया।

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