
कोंडागांव (गंगा प्रकाश)– शहर कांग्रेस कमेटी कोंडागाँव के द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जामकोट पारा वार्ड में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के दौरान उच्च प्राथमिक शाला डोंगरीगुड़ा रमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि गरिमा व सादगी के साथ शाला के छात्र छत्राओ के साथ मनाई गई सर्वप्रथम उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई तत्पश्चात उपस्थित कांग्रेसजनों ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए शाला के छात्र छात्राओं को बताया कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अविस्मरणीय योगदान से पूरी दुनिया सुपरिचित है जीवन पर्यन्त देशवासियों के लिए आदर्श नायक तथा अहिंसा की राह पर चलते हुए देश को अंग्रेजी हुकूमत से मुक्ति दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गांधी जी ने पूरी दुनिया को अपने विचारों से प्रभावित किया उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर कई किताबें भी लिखीं जो हमें आज भी जीवन की नई राह दिखाती हैं क्योंकि उनके ये अनुभव, उनका अहिंसा का सिद्धांत, उनके विचार आज भी उतने ही सार्थक हैं जितने उस दौर में थे उनके जीवन के 3 महत्वपूर्ण सूत्र थे, जिनमें पहला था सामाजिक गंदगी दूर करने के लिए झाड़ू का सहारा। दूसरा, जाति-पाति और धर्म के बंधन से ऊपर उठकर सामूहिक प्रार्थना को बल देना तीसरा, चरखा जो आगे चलकर आत्मनिर्भरता और एकता का प्रतीक माना गया गांधी जी अक्सर कहा करते थे कि प्रसन्नता ही एकमात्र ऐसा इत्र है जिसे आप अगर दूसरों पर डालते हैं तो उसकी कुछ बूंदें आप पर भी गिरती हैं। वह कहते थे कि किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं बल्कि उसके चरित्र से होती है। दूसरों की तरक्की में बाधा बनने वालों और नकारात्मक सोच वालों में सकारात्मकता का बीजारोपण करने के उद्देश्य से ही उन्होंने कहा था कि आंख के बदले आंख पूरी दुनिया को ही अंधा बना देगी लोगों को समय की महत्ता और समय के सही सदुपयोग के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा था कि जो व्यक्ति समय को बचाते हैं, वे धन को भी बचाते हैं और इस प्रकार बचाया गया धन भी कमाए गए धन के समान ही महत्वपूर्ण है वह कहते थे कि आप जो कुछ भी कार्य करते हैं, वह भले ही कम महत्वपूर्ण हो सकता है किन्तु सबसे महत्वपूर्ण यही है कि आप कुछ करें लोगों को जीवन में हर दिन, हर पल कुछ न कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित करते हुए गांधी जी कहा करते थे कि आप ऐसे जिये जैसे आपको कल मरना है लेकिन सीखें कि आपको हमेशा जीवित रहना है उनकी बाते आज और अधिक प्रासंगिक हो चली है जब देश की सत्ता में बैठे लोग आज केवल सत्ता के मुंह में देश को जाति धर्म जैसे बेबुनियाद मुद्दों पे देशवासियो को आपस में लड़ा रहे हैं और इस समय आवश्यकता है कि देश मे फिर से महात्मा गांधी जी के विचारों को अपनाकर करें देश में भाईचारा सद्भावना आपसी मोहब्बत कायम किया जाए और देश फिर से प्रगति की राह पर चल सके और देश में भाईचारा अखंडता स्थापित हो देश में फैल रही वैमनस्यता खत्म हो सके इस दौरान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कैलाश पोयाम शहर अध्यक्ष तरुण गोलछा जिला महामंत्री गीतेश गांधी जिला प्रवक्ता शिल्पा देवांगन शिल्प बोर्ड सदस्य शंकर विश्वकर्मा, पार्षद गण योगेंद्र पोयम इरशाद खान,कामदेव कोर्राम जिला सचिव शकूर खान पूर्व पार्षद राजेंद्र देवांगन झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष आसिफ मेमन गन्नू पोयाम, आईटी सेल जिला उपाध्यक्ष प्रवीण मिश्रा बुधराम मरकाम सहीत वार्डवासी भी उपस्थित रहे ।