
बिलासपुर (गंगा प्रकाश) – लगभग डेढ़ माह पहले संजू त्रिपाठी गोली हत्याकांड में शूटर गैंग का सहयोगी एक फरार आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। इस पकड़े गये आरोपी से शूटर्स के बारे में पूरी जानकारी पुलिस को हासिल करने में सफलता मिली है। पकड़ा गया आरोपी हत्या के वक्त गैंग के साथ घटनास्थल पर मौजूद था। वहीं पुलिस इस प्रकरण में फरार अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुये उमनि एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया बिलासपुर श्रीमति पारूल माथुर ने बताया कि घटना दिनांक 14 दिसंबर 2022 को शाम सवा चार बजे थाना सकरी जिला बिलासपुर छत्तीसगढ़ क्षेत्रांतर्गत स्थित खनिज बैरियर के पास बायपास रोड सकरी में मृतक प्राणनाथ उर्फ संजू त्रिपाठी पिता जयनारायण त्रिपाठी उम्र 42 साल निवासी मिलन चौक कुदुदंड थाना सिविल लाईन बिलासपुर की उसके भाई एवं अन्यों के द्वारा अपराधिक षडयंत्र कर गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पत्नी की सूचना पर धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त प्रकरण के आरोपी कपिल त्रिपाठी व सत्रह अन्य को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रकरण के मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी द्वारा मृतक की हत्या कारित करने के लिये उत्तरपदेश से शूटर्स बुलाया गया था। सभी शूटर्स आरोपी अपराध घटित कर उत्तरपदेश फरार हो गये थे जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु उत्तरप्रदेश पुलिस से समन्यवय स्थापित कर शूटर्स के संबंध में जानकारी साझा किया गया था। इसी दौरान एटीएस लखनऊ उत्तरप्रदेश द्वारा सूचित किया गया कि प्रकरण के आरोपी प्रशीन गुप्ता को पकड़कर उनके द्वारा अभिरक्षा में लिया गया है। प्राप्त सूचना पर एटीएस लखनउ उत्तरप्रदेश पहुंचकर संपर्क / समन्यवय स्थापित किया गया। आरोपी प्रशीन गुप्ता ने पूछताछ करने पर वह बताया कि पिछले करीब पांच – छह माह पूर्व से बनारस निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरूजी उर्फ वासू से हुई थी। विनय द्विवेदी इसे बोला था कि बिलासपुर जाकर एक काम करना है , जिसके एवज में तुमको एक लाख रूपये मिलेगा। तब वह पैसे के लालच में आकर 09 दिसंबर 2022 को विनय द्विवेदी उर्फ गुरूजी के साथ बनारस से बस में बैठकर बिलासपुर छत्तीगढ़ आ गया। बिलासपुर में प्रेम श्रीवास नाम का व्यक्ति दोनों को बिलासपुर बस स्टैंड में लेने आया था जो इन दोनों को कपिल त्रिपाठी के घर बिलासपुर लेकर गया। कपिल त्रिपाठी के घर में दानिश अंसारी एवं बनारस निवासी एजाज अंसारी उर्फ सोनू पहले से ही मौजूद थे। दिनांक 11 दिसंबर 2022 को बनारस निवासी पप्पू दाढी नाम का व्यक्ति भी कपिल त्रिपाठी के घर बिलासपुर आया। दिनांक 11 दिसंबर 2022 को रात्रि करीब आठ बजे कपिल त्रिपाठी ने सभी लोगो की मीटिंग लिया और बोला कि वह अपने बड़े भाई संजू त्रिपाठी से बहुत परेशान है , जिसकी हत्या करवाना चाहता है। कपिल त्रिपाठी अपने पास कुल तीन पिस्टल और लगभग बीस कारतूस रखा था उसी से संजू त्रिपाठी की गोली मारकर हत्या करने के लिये बोला था। दिनांक 14 दिसंबर 2022 को सभी लोग कपिल त्रिपाठी के घर मे बैठे हुये थे , तभी करीब तीन बजे कपिल त्रिपाठी के पास फोन आया। फोन करने वाला व्यक्ति कपिल त्रिपाठी को बताया कि संजू त्रिपाठी अपने फार्म हाउस से लगभग साढ़े तीन बजे अपने फार्म हाउस से निकलेगा। तब उक्त सभी लोग अलग अलग चार गाड़ी में सवार होकर कपिल त्रिपाठी के फार्म हाउस से सकरी बायपास के जाने के लिये निकले। यह अमन गुप्ता की सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार को चला रहा था। इस गाड़ी में भरत तिवारी , आशीष तिवारी , राजेन्द्र ठाकुर बैठे थे तथा नीले रंग की पुरानी बेलेनो कार को विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी चला रहा था। बैलेनो कार में शूटर्स दानिश , पप्पू दाढ़ी , एजाज उर्फ सोनू कट्टा कारतूस से लैस होकर लेकर बैठे थे। सभी लोग सकरी बायपास में जाकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने के इंतजार कर रहे थे , तभी दानिश के पास फोन आया कि संजू त्रिपाठी की गाड़ी एमजी हैक्टर सफेद रंग की जिसमें लाल रंग का बोर्ड लगा है। करीब चार बजकर दस मिनट में लाल रंग का बोर्ड लगा सफेद रंग की एमजी हेक्टर गाड़ी पहुंची तो योजना के मुताबिक यह स्विफ्ट डिजायर को रोड़ में बने स्पीड ब्रेकर के पास संजू त्रिपाठी की एमजी हेक्टर कार के सामने अड़ाकर खड़ी कर दिया , जिससे मृतक सजू त्रिपाठी की एमजी हैक्टर गाड़ी रूक गई। इसी बीच नीले रंग की बेलेनो कार में सवार पप्पू दाढी , दानिश , एजाज उर्फ सोनू और विनय द्विवेदी उर्फ गुरूजी सभी उतरकर एमजी हैक्टर गाड़ी को दोनों तरफ से घेर लिये। गाड़ी के दाहिने की ओर चालक तरफ दानिश अंसारी एवं एजाज उर्फ सोनू तथा गाड़ी के बायें तरफ से पप्पू दाढ़ी और विनय द्विवेदी सभी सजू त्रिपाठी के उपर फायरिंग करने लगे। पहला फायर दानिश अंसारी उर्फ सोनू ने किया। फायरिंग करने के बाद दानिश अंसारी बताया कि संजू त्रिपाठी मर गया है। सभी लोग अलग अलग गाड़ी में बैठकर उत्तरप्रदेश की ओर भाग गये। उत्तरप्रदेश पुलिस से समन्यवय स्थापित कर फरार आरोपियों की गिरफ्तारी का हरसंभव प्रयास जारी है।