
सदाराम कश्यप
मुगेली (गंगा प्रकाश) :- गांधी मैदान जरहागांव में भव्य पंडाल पर आयोजित श्रीरामचरितमानस सम्मेलन के छठवें दिवस पंडाल में जनसमुदाय एवं श्रोताओं का अपार भीड़ उपस्थित होकर 12 बजे रात्रि तक श्रीराम कथा का आनन्द लेते रहे। छठवें दिवस में मिर्जापुर उप्र से आये जगद्गुरु लक्ष्मणाचार्य महाराज द्वारा अरण्य काण्ड के अन्तर्गत सीताजी एवं लक्ष्मण जी के मध्य हुए संवाद
“मरम बचन जब सीता बोला।
हरि प्रेरित लछिमन मन डोला।”
पर चर्चा किया गया ।
जब रावण सीताजी का हरण कर आकाश मार्ग से ले जा रहा था तब जटाऊ के साथ हुए युद्ध का महराज जी द्वारा वृतांत सुनाया गया। सेमरी उ.प्र. से पधारे हुए सतपाल महाराज द्वारा भरत चरित पर कथा सुनाया गया। उरई उ.प्र. से पधारी महिला मानस प्रवक्ता रश्मि देवी शास्त्री जी द्वारा अनुसूईया द्वारा सीताजी को स्त्री के द्वारा पतिधर्म को किस प्रकार निभाने हेतु उपदेश दिया गया। प्रसंग पर विस्तार पूर्वक संगीतमय भजन के साथ सुनाया गया।

एकइ धर्म एक ब्रत नेमा।
कायँ बचन मन पति पद प्रेमा॥
धरमपुरा से पधारे हुए गुनेश्वर शर्मा द्वारा भरत और केकई के मध्य हुए संवाद का वर्णन करते हुए कहा गया कि – पिता के मृत्यु पर भरतजी द्वारा केकई को धिक्कारते हुए कहा गया कि
बर मांगत मन भइय नहिं पीरा।
गरि न जीह मुंह परेऊ न कीरा ।।
देर रात तक श्रोतागण भगवान श्रीराम जी के अमृतमय कथा का रसपान करते रहे। कथा सुनने के लिए आमंत्रित विशिष्ट अतिथि गण , अन्य ग्रामों से भी लोग उपस्थित हो रहे हैं। पुन्नू लाल मोहले , विधायक मुंगेली, संजीत बनर्जी जिला पंचायत उपाध्यक्ष, पवन पाण्डेय उपाध्यक्ष जनपद पंचायत मुंगेली, श्रीकांत पाण्डेय आदि कथा सुनने उपस्थित हुए। आयोजन को सफल बनाने के लिए भगतराम कश्यप अध्यक्ष, अशोक कश्यप धर्मेन्द्र कश्यप अक्षय कश्यप, हरि साहू , रामकुमार जायसवाल उपाध्यक्ष, शत्रुहन प्रसाद साहू , राजेश द्विवेदी, जोगीराम कश्यप कोषाध्यक्ष, उमेश कश्यप, राजकुमार कश्यप सचिव, वेदप्रकाश, अतुल, चन्द्कांत , कमलेश, रामदेव कश्यप, जगकुमार, धीराजी, रमाकांत कश्यप, अशोक कश्यप, जितेन्द्र द्विवेदी, तरुण कश्यप, गौतम, राजेन्द्र द्विवेदी, उमाशंकर श्रीवास, राजाराम, कृतज्ञ श्रीवास, संजय श्रीवास, संजय कश्यप, किशन कश्यप, सदाराम कश्यप, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे हुए हैं।