
संजय सिंह भदौरिया
सुकमा (गंगा प्रकाश)-जिले में अब मेला का सीजन प्रारम्भ हो रहा है इसी कड़ी में 5 फरवरी को होगा दुड़मा जलप्रपात का मेला प्रत्येक वर्ष होने वाले इस मेले में दूर दूर से ग्रामीण आते हैं मेले के साथ साथ यहां का प्राकृतिक वातावरण लोगों को बहुत लुभाता है
धार्मिक मान्यताएं भी है यहाँ
यहाँ के ग्रामीण व मेला समिति के सदस्य बताते हैं कि यहाँ पर धार्मिक मान्यताएं भी हैं उन्होंने बताया कि यहां स्थित शिवमंदिर से पूर्व दिशा की ओर 1 किमी जाने पर भगवान श्री राम के पदचिन्ह भी मौजूद हैं तथा वही पर सुंदर जलप्रपात का नजारा भी देखने को मिलता है तथा प्रत्येक वर्ष माघ पूर्णिमा में मेले का आयोजन किया जाता है
मेले व जलप्रपात हेतु बनी समिति
यहां पर मेले के सफल आयोजन व जलप्रपात के देखरेख हेतु ग्रामीणों ने बाकायदा एक समिति का भी निर्माण किया है जिसमें सुकराम जैन को अध्यक्ष,सामुराम नाग को उपाध्यक्ष तथा समिति में सदस्य के रूप में सरपंच कुंजामी मंजू,उपसरपंच कुंजामी पँजाम पंचायत के सभी पंच,जलप्रपात पुजारी घेनवा राम नाग,गोवर्धन जैन,राजेन्द्र ध्रुव,जनपद सदस्य नीलावती नाग,जिला पंचायत सदस्य बेंनबती ठाकुर के साथ साथ मुंडवाल के हृरदुल्लू व हरिसिंह नाग को रखा गया है
पहुंचने का मार्ग
इस जलप्रपात व मेले में पहुंचने के लिए आपको तोंगपाल से पुसपाल मार्ग पर लगभग 10 किमी जाने पर कोकावाड़ा से पहले बाएं हाथ की ओर मार्ग पर लगभग 6 किमी चितलनार जाना होगा वहां से कुछ ही दूरी पर है यह सुंदर जलप्रपात जहाँ पर मेले का आयोजन किया जा रहा है