शासकीय स्टॉल में मिल रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी अनुदान ही किसानों के आर्थिक विकास का रास्ता



राजिम(गंगा प्रकाश)। 
राजिम माघी पुन्नी मेला में विभिन्न विभागों के शासकीय स्टॉल लगा हुआ है। जिसमें मेलार्थी जाकर शासकीय योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रहे है। मेले में कृषि, उद्यानिकी, पशुधन विकास एवं मछली पालन विभाग गरियाबंद द्वारा स्टॉल लगाया गया है। इस प्रदर्शनी में लगे मॉडल को देखकर विशेष रूप से किसान स्टॉल में पहुंचकर जानकारी ले रहे है और वहां उपस्थित अधिकारियों से इन पर मिलने वाली अनुदानों के बारे में चर्चा भी कर रहे है। क्योंकि गांव में साहूकारों से ऋण लेने पर ऋण बढ़ता जाता है और किसान उसे चुकाने में सक्षम नहीं हो पाते। इसलिए हितग्राही अनुदान हेतु आवश्यक दस्तावेज की जानकारी ले रहे है जिससे किसान अनुदान प्राप्त कर अपने कृषि उद्यानिकी, पशु एवं मछली पालन कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकता है और प्रगति कर सके। छत्तीसगढ़ प्रशासन द्वारा मेला में ऐसे स्टॉल लगाना तारीफे काबिल है जिसके कारण मेले में लगे स्टॉल में सभी जानकारी मिल जाती है लोगों को भटकने की जरूरत नहीं पड़ती।

लोगों को लुभा रहा है चिंगरा पगार की प्रदर्शनी 

कृषि विभाग के स्टाल में विभाग के द्वारा किसानों को मिलने वाली लाभ की जानकारी प्रदान की जा रही है लेकिन इसके अलावा स्टाल में प्रदर्शित किया गया गरियाबंद जिले के प्रसिद्ध वाटरफॉल चिंगरा पगार का प्रदर्शनी भी लगाया गया है, जो लोगों को काफी लुभा रहा है। विदित हो कि जिले में चिंगरा पगार बरसात के दिनों में अपने पूरे शबाब पर रहता है और लोगों की भीड़ स्वमेव इस मनमोहक नजारा को देखने के लिए खींची चली जाती है जो आकर्षक का केंद्र भी बना रहता है। इसके अलावा जतमई घटारानी में भी वाटरफॉल का जबरदस्त नजारा रहता है। कृषि विभाग ने पहली बार इसे प्रदर्शनी में शामिल कर यहां दूरदराज से पहुंचने वाले लोगों को इसकी विस्तृत जानकारी दे रहे हैं। कई लोग कौतूहल वॉच प्रदर्शनी को देखकर जानकारी भी ले रहे है।

रीपा से मिलेगा ग्रामीणजनों को रोजगार

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के में एक अमृत सरोवर का भी निर्माण किया गया है। जिसके बारे में जिला पंचायत के इंजीनियर जितेन्द्र पाठक ने बताया कि हर जिले में 75 तालाबों का उन्नयन करके उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के नाम दिया जायेगा। ये आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत किया जा रहा है। इन तालाबों में चारों ओर लाईट, बैठने का स्थान और घुमने की व्यवस्था होगी। इसी प्रदर्शनी में जैविक खेती, आदर्शग्राम, गौठान का मॉडल में लगाया गया है। जिसका अवलोकन कर लोग आनंदित हो रहे है। इसी स्टॉल में रीपा का भी प्रदर्शनी लगाई गई है ये आर.आई.पी.ए. ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा 2023 में रीपा का शुभारंभ किया गया है। जिसमें मशरूम उत्पादन, फिनाईल, निरमा, टोकरी इत्यादि कार्यो के लिए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा रीपा के तहत् अनुदान में दी जा रही है। जिससे गांव में होने वाले पलायन को रोका जा सकेगा।

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