
अधिकारियो के आश्वासन के बाद हड़ताल हुआ समाप्त
अजय चक्रधारी
सूरजपुर (गंगा प्रकाश)। एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के रेहर गायत्री केतकी सबएरिया से प्रभावित ग्राम पंचायत पोड़ी, गेतरा मानी के ग्रामीणों ने बुधवार को सुबह पांच बजे से गायत्री व रेहर खदान के मुख्य द्वार पर ताला जड़कर करीब 10घंटे तक अनवरत विरोध प्रदर्शन किए ।
मिली जानकारी अनुसार एसईसीएल प्रबंधन के आरजीके सबएरिया क्षेत्र का खदान मानी, पोड़ी, गेतरा, जोबगा ग्राम पंचायत में अंदर ग्राउंड खदान संचालित है जिससे प्रभावित हुए ग्रामीणों को आज तक नौकरी मुआवजा प्रबंधन के द्वारा नही दिया गया है ।जिससे आक्रोशित ग्राम पोड़ी मानी व गेतरा के ग्रामीणों ने रेहर व गायत्री खदान के मुख्य द्वार पर ताला जड़कर सुबह पांच बजे से दोपहर तीन बजे तक हड़ताल किया गया जिससे एसईसीएल के सुबह शिफ्ट के लगभग 300सौ कोयला कर्मचारीयो को आन्दोलन कारियो ने खदान के अंदर प्रवेश नहीं देने से सुबह शिफ्ट का कोयला उत्पादन कार्य लगभग चार सौ टन प्रभावित हुआ जिससे एसईसीएल प्रबंधन को लाखो रुपए की क्षति हुई है।
10घंटे तक ग्रामीणों का चला आंदोलन
ग्रामीणों के द्वारा आंदोलन करने की ज्ञापन कलेक्टर सहित एसईसीएल प्रबंधन को पूर्व सुचना देने के बाद भी एसईसीएल के अधिकारी समय से मौके पहुंच आन्दोलन कारियो से बात नही किए ,केवल प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर उतार मामला शार्ट आऊट करने में लगे थे,लेकिन ग्रामीण किसी की एक भी न सुनने को तैयार थे इसके बाद पुलिस अधिकारियों के द्वारा आरजीके सहक्षेत्र प्रबंधक को मौके बुलाया और ग्रामीणों के बीच वार्तालाप किए जिससे प्रभावित चारो ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि मडल से पंचायत गुरुवार सूरजपुर एसडीएम कार्यालय में एसईसीएल,जिला प्रशासन, व ग्रामीणों के बीच वार्तालाप करने की निर्णय लिया गया जिसके बाद ग्रामीणों अल्प अवधि के लिए करीब तीन बजे हड़ताल स्थगन किया गया तब जाकर प्रबंधन के अधिकारी चैन की सांस लेकर खदान का कार्य सुचारू कर पाए ।
इस दौरान डिप्टी कलेक्टर वर्षा बंसल, तहसीलदार भटगांव अमित केरकेटा,आरआई संगीता ,
एसईसीएल सहक्षेत्र प्रबंधक संजय एम मिश्रा, खान प्रबंधक गायत्री संजय मिश्रा ,कोतवाली सूरजपुर एसआई सुनीता भारद्वाज , प्रधान आरक्षक अदीप प्रताप सिंह, जेपी तिवारी,सहित अन्य अधिकारियो के बीच ग्रामीणों को उनके मांग के प्रति आश्वत कराया गया एव गुरुवार को सूरजपुर एसडीएम कार्यालय में बैठक कर निर्णय लेने की बात कही गई इस बात का सहमति देते हुए आंदोलन कारियो ने हड़ताल स्थगित किया और कहा की सामंजस्य नहीं बनने पर ग्रामीण पुनः आंदोलन के लिए बाध्य होंगे