
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की तकलीफ देखकर भावुक हुई दीपिका
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के आंदोलन को समर्थन देने पहुंची थी दीपिका
संजय सिंह भदौरिया
सुकमा(गंगा प्रकाश)। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहयिकाओ की मांग का भाजपा नेत्री दीपिका शोरी समर्थन करने उनके बीच पहुंची दीपिका ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहयिकाओ द्वारा कई सालों से चरणबद्ध तरीके से अपनी मांग की जा रही थी परंतु कांग्रेस सरकार के द्वारा जब उनकी मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो उन्हें मजबूरन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा। मेरे साथ मेरी पूरी पार्टी का इस आंदोलन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्ण रूप से समर्थन है दीपिका की इन बातों से सुकमा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओ का मनोबल बढ़ा है उन्होंने दीपिका की बातों को गौर से सुना व कहा कि हमारी तकलीफ से भूपेश सरकार को कोई लेना देना नहीं है आने वाले समय में हम इसका जवाब अवश्य देंगे।
दीपिका ने कहा कि मैं एक महिला हूँ इस नाते मैं महिलाओं की तकलीफ को बहुत नजदीक से समझती हूं कि एक महिला को घर के साथ साथ बाहर कार्य करने में कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं उस पर आर्थिक परेशानियाँ हो तो और भी दिक्कते आती हैं कांग्रेस की भूपेश सरकार ने माताओं बहनों का अपमान किया है कांग्रेस के जन घोषणा पत्र में जो वादे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से किए गए थे उन्हें पूरा क्यों नहीं किया गया भूपेश सरकार ने केवल वोट के लिए कभी गंगाजल का अपमान किया, तो कभी माताओं बहनों को मजबूर किया कि वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएं आने वाले समय में निश्चित तौर पर छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनेगी क्योंकि कांग्रेस सरकार चलाने में असफल रही है उन्हें भी पता चल गया है की अगली बार वो सरकार में नहीं आने वाले इसलिए दोनों हांथो से सिर्फ पैसा बटोरने में लगे हैं। मैं मीडिया के माध्यम से भूपेश बघेल से पूछना चाहती हूं कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाने में इतनी तकलीफ क्यों हो रही है

दुख इस बात का है कि मेरी माताएं बहने इस तरह छोटे छोटे बच्चों को लेकर जमीन पर बैठकर इतनी तेज धूप में आंदोलन करने पर मजबूर है। कांग्रेस के भूपेश सरकार से इन्होंने कोई नई मांग नहीं की है उन्होंने सरकार में आने से पहले अपने घोषणापत्र पर लिखा है उसी को पूरा करने के लिए आज संघर्ष करना पड़ रहा है यह हम सभी के लिए दुख की बात है।
साथ ही अपील करना चाहती हूं कि इनकी मांगों को तत्काल पूर्ण करें
भावुक हुईं दीपिका
सुकमा में इतनी बडी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका भरी धूप में छोटे छोटे दुधमुँहे बच्चों के साथ बैठी थीं जिन्हें देखकर दीपिका भावुक हो गईं व उनके आंखे आँशु से भर गए उन्होंने बच्चों को बच्चों को चॉकलेट खिलाकर उन्हें दुलार किया एवं आंगनबाड़ी काएकर्ताओं व सहायिकाओं को शीतल पेय भी पिलाया