लोक आस्था सेवा संस्थान द्वारा ओमेनिटी फाउंडेशन के सहयोग से एक दिवसीय कानूनी प्रशिक्षण ऑक्सन हाल गरियाबंद में सम्पन्न हुआ

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। लोक आस्था सेवा संस्थान द्वारा ओमेनिटी फाउंडेशन के सहयोग से भूमि पर महिला मुखियाओं का एक दिवसीय कानूनी प्रशिक्षण ऑक्सन हाल गरियाबंद में रखा गया । कार्यक्रम की शुरुवात संगठन गीत के माध्यम से किया गया । लोक आस्था सेवा संस्थान के अध्यक्ष हेमनारायण मानिकपुरी के द्वारा प्रोजेक्टर के मध्यम से भूमि अधिकार पर फोकस डालते हुए कहा कि कानूनी अधिकार क्या है इस पर बताया। उसके बाद भूमि के दो प्रकार जिसमे  राजस्व एवं वन भूमि है के बारे में जानकारी दिया। जिसके तहत अधिकार के लिए दावा कर सकते है । राजस्व भूमि के अधिकार के लिए विभिन्न कानूनी अधिकार पर बताया गया और वन भूमि के लिए वनाधिकार इसी संदर्भ में कानूनी सलाहकार अधिवक्ता लोकनाथ साहू के द्वारा महिलाओं का भूमि पर अधिकार से संबंधित कानून के अंतर्गत  हिंदू उतराधिकारी संशोधित अधिनियम 2005 के अनुसार  पैतृक संपत्ति में बेटा एवं बेटी को समान अधिकार दिया गया है इसके साथ अन्य कानून के बारे में विस्तार से जानकारी दिया गया । आदिवासी विकास विभाग गरियाबंद से आए मानिकपुरी जी ने वनाधिकार कानून के तहत व्यक्तिगत एवं सामुदायिक अधिकार के बारे में जानकारी देते  हुए अधिकार पत्र लेने की प्रक्रिया के बारे में तथा आवश्यक दस्तावेज के बारे में विस्तार से बताया और दावा प्रक्रिया में में दिक्कत आने पर सहयोग करने की बात कही। संस्था के सचिव लता नेताम कहा की समाज पुरुष प्रधान होने के कारण जमीन पर अधिकार वा नाम केवल पुरुष के नाम होना चाहिए यही धारणा है जिसे हम तोड़ना होगा । पैतृक संपत्ति पर सामाजिक बंधन में बंधे होने के कारण महिलाए अधिकार लेने के लिए आगे नहीं आती  है । जिस कारण से अपने अधिकार के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है । हमे अपने अधिकार को जानना होगा और समाज में बदलाव लाना होगा ।

इस कार्यक्रम में गरियाबंद एवं छुरा ब्लॉक से 80 महिला मुखियाओं के साथ संस्था के सभी स्टाफ भाग लिया।

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