
केशकाल विधानसभा के 600 से अधिक गायता, पुजारी, मांझी, चालकी का हुआ सम्मान।
केशकाल (गंगा प्रकाश):- छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष सह केशकाल विधायक संतराम नेताम के निवास में दिनांक 23 मई से छः दिवसीय विभिन्न संवर्गों का सम्मेलन व सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसी कड़ी में बुधवार को गांयता, पुजारी, मांझी एवं चालकी का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला एवं सम्मान समारोह का आयोजित किया गया। इस दौरान केशकाल विधानसभा के बड़ेराजपुर, केशकाल और फरसगांव विकासखंड के 500 से अधिक गांयता, पुजारी, मांझी, चालकी विधायक निवास पहुँचे। विधायक ने मांदरी की धुन में थिरकते हुए सभी का स्वागत किया। वहीं मंच का संचालन बीआरसी प्रकाश साहू व मोहनराव मूर्ति द्वारा किया गया। जहां सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित करने व राज्यगीत के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। ततपश्चात गांयता, पुजारी, मांझी एवं चालकी जनों की मांगों एवं समस्याओं के संबंध में चर्चा कर विधायक के हाथों उन्हें पगड़ी पहनाते हुए धोती एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान भी किया गया।
इस दौरान विधायक संतराम नेताम ने कहा कि गांव में होने वाले प्रत्येक सुख दुख के कार्यों में गांयता, पटेल एवं पुजारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इनकी मदद के बिना गांव का विकड सम्भव नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ के मुखिया भुपेश बघेल जी के द्वारा गांयता, पुजारी, मांझी, चालकी के हित में कई सराहनीय निर्णय लिए गए है। मुख्यमंत्री जी ने इस वर्ष से सभी संवर्गो को मानदेय देने की घोषणा भी किया है। जिसको लेकर सभी लोगों में उत्साह का माहौल है। उनके उत्साह को दुगुना करने व उनकी समस्याओं का निराकरण के लिए आज सभी के साथ सम्मेलन रखा गया था। जिस प्रकार से 700 से अधिक गांयता, पुजारी, मांझी व चालाकी इस कार्यक्रम में शामिल हुए, इससे साफ जाहिर होता है कि छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं व नीतियों से सभी वर्ग खुश हैं।
बड़ेडोंगर क्षेत्र के पुजारी मोतीराम राणा ने कहा कि पिछले कई दशकों से हम गांव में माता की सेवा करते आ रहे हैं। लेकिन आज तक किसी सरकार ने हमारे लिए कोई योजना नहीं लाया था। लेकिन कांग्रेस सरकार में पहली बार गांयता, पुजारी, मांझी एवं चालाकी को मानदेय देने की घोषणा की है। साथ ही केशकाल विधानसभा के इतिहास में पहली बार हम लोगों का ऐसा सम्मेलन व सम्मान हुआ है। इसके लिए हम केशकाल विधायक संतराम नेताम को धन्यवाद देते हैं।