
मृतिका पति के दहेज प्रताड़ना से तंग आकर कर ली आत्महत्या
मोहला(गंगा प्रकाश)– मृतिका का विवाह सामाजिक रीति रिवाज से दोनो पक्षों की मनपसंद सहमति से वर्ष 25 जनवरी 2022 को सम्पन्न हुआ और मृतिका अपने आरोपी पति के साथ अपना दाम्पत्य वैवाहिक जीवन का निर्वहन करते रही जो विगत 6 माह तक पारिवारिक वातावरण शांतिपूर्ण रहा किन्तु 06 माह बाद आरोपी पति के द्वारा आये दिन मृतिका को शादी के दहेज में अच्छा सा कोई बड़ा सामान, सोने चांदी का कोई खास जेवर नही लाने की बात को लेकर आय दिना झगड़ा विवाद कर मृतिका को प्रताड़ित करता रहा तथा इन्ही बातो को लेकर मृतिका को उसके मायके में कभी किसी सुखदुख के कार्यक्रम में शामिल होने भी नहीं जाने देता था तथा मायके पक्ष से बात करने पर अंकुश लगाये रखा था तथा मायके पक्ष के लोग मृतिका से मिलने ससुराल आते थे तो इनसे भी नाकारात्मक व्यवहार होना मृतिका के परिजनों के द्वारा अपने ब्यान में मृतिका के द्वारा घटना के पूर्व में इस प्रकार उपरोक्त बातों को लेकर आरोपी पति माधव सिंह के द्वारा आय दिन परेशान करता था जो मृतिका के द्वारा अपने परिजनो को बतायी थी परिजनों के द्वारा अपने कथन में बताये तथा दिनांक 11 जून 23 को मायके पक्ष में छट्ठी का कार्यक्रम में जाने से मना किया गया। इन सभी बात व्यवहार की मानसिक शारीरिक यातनाएँ एवं प्रताड़ना से मृतिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या की हैं घटना पर से आरोपी पति माधव सिंह जयसवाल का अपराध कृत्य धारा सदर का घटना कारित किया जाने से मर्ग जांच पर से अपराध धारा 304 बी भादवि का घटित पाये जाने से अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मोहला-मानपुर-अं.चौकी रत्ना सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुपलेश कुमार, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अर्जुन कुर्रे के मार्ग दर्शन में निरीक्षक कपिल देव चंद्रा के कुशल नेतृत्व टीम गठित कर आरोपी माधव सिंह जयसवाल पिता कार्तिक राम जायसवाल उम्र 26 साल साकिन टेकामटोला थाना मोहला को तलब घटना घटना के संबंध में पूछताछ करने पर जुर्म स्वीकार किया जिसे गिरफ्तारी का कारण बताकार विधिवत दिनांक 12. 06.23 के 12.30 बजे को गिरफ्तार किया गया है तथा मामला अजमानतीय होने से गिरफ्तारी की सूचना देकर ज्यूडिशियल रिमांड तैयार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया है। उक्त कार्यवाही में सउनि श्याम ठावरे, प्र०आर० मोहन चंदेल, आर0 पलेश्वर सिदार, राकेश कुंजाम, गिरीश कोमा, विरेन्द्र रजक का विशेष योगदान रहा।