
विकास कुमार यादव
बलरामपुर(गंगा प्रकाश)। बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मरमा में एक अत्यंत गरीब आदिवासी मंगरू राम का सड़क दुर्घटना में पैर टूट गया है इलाज के लिए दर दर की ठोकरें खा रहा है. रोजी रोटी बंद हो चुकी है आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं यहां तक कि शरीर ढंकने के लिए कपड़े भी नहीं है.
मरमा गांव का ही रहने वाला ठेकेदार रामचंद्र मंगरू राम को मजदूरी काम कराने के लिए दुसरे राज्य लेकर जा रहा था तभी त्रिशूली पांगन नदी के नजदीक सड़क दुर्घटना में मंगरू राम का पैर टूट गया इसके बाद ठेकेदार ने मामूली इलाज कराकर उसे घर पहुंचा दिया अब 19 महीने बीतने के बाद भी वह ठेकेदार मंगरू की सूध लेने नहीं आया है.
इलाज कराने की गुहार
मंगरू राम अपना इलाज कराने के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मेहीलाल आयाम को क्षेत्र भ्रमण के दौरान इस पूरे मामले की जानकारी मिली जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ SDM सहित जनपद पंचायत सीईओ को पत्र लिखकर अनुदान राशि दिलाने एवं बेहतर इलाज कराने के लिए मांग की गई है.
रोजी रोटी बंद गुजारा करना मुश्किल
गरीब आदिवासी मंगरू राम का पैर पिछले 19 महीने से टूटा हुआ है जिसके कारण वह कहीं काम करने नहीं जा पा रहे हैं गुजारा करने के लिए पहले मजदूरी करते थे लेकिन पैर के चलते आना जाना बंद हो गया है रोजी रोटी भी ठप्प पड़ चुकी है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं जीवन का गुजारा करना भी बहुत मुश्किल हो गया है. रोजी रोटी बंद होने से गरीबी इस कदर हावी हो गई की शरीर ढंकने के लिए कपड़े भी नहीं है.