
कोरबा(गंगा प्रकाश)। बीती रात कुसकुंडा खदान में एक कर्मचारी की आकस्मिक मौत हो जाने पर आक्रोशित भूमि स्थापित ग्रामीणों ने कुसमुंडा खदान का काम पूरी तरह से बंद कर दिया है। भूविस्थापितों का कहना है कि मृतक के परिवार वालों को उचित मुआवजा राशि तत्काल उपलब्ध कराई जाए एवं आउटसोर्सिंग निजी कंपनियों के द्वारा, ठेका कर्मियों के साथ की जा रही समस्त शोषण के संबंध में कुसमुंडा एसईसीएल अपने लेटर पैड में मामले की समाधान हेतु लिख कर देवें।

बता दें कि आज सुबह लगभग 06:00 बजे से ही भू विस्थापितों के द्वारा कुसमुंडा खदान का काम बंद कर दिया गया है जिनमें बच्चे एवम् महिलाएं भी शामिल है। भूखे प्यासे बच्चे, महिलाएं एवं ग्रामीणों के द्वारा हड़ताल किया गया है। इसी प्रकार एसईसीएल के अधिकारी मृतक के परिवार वालों को तत्काल ₹200000 मुआवजा राशि देने को लेकर आश्वासन दिया गया है।

परंतु अभी तक मुआवजा राशि का भुगतान नहीं किया गया है जिससे कि भूविस्थापित अपनी मांगों को लेकर हड़ताल, आंदोलन पर डटे हुए हैं। खबर लिखे जाने तक ग्रामीणों की हड़ताल जारी है।