गोधन न्याय योजना भी समिति पंचायत के भेंट चढ़ने को मजबूर गरीब  मजदूर भटक रहे 6 महीने से

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। गोधन न्याय योजना  के तहत फिंगेश्वर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम तर्रा में गोबर खरीदी के शिकायत लेकर ग्रामीण पहुंचे जिला मुख्यालय जनचौपाल  उपरोक्त विषय के संबंध में अवगत हो कि हम सब यादव समाज के मवेशी चरवाहा लीलाबाई पति पंचराम, लक्ष्मी बाई पति तिलोचन, ममता बाई पति शिवकुमार, अहिल्या बाई पति बुधियार, रमेश्वरी पति देवबंद व तेजराम पिता मिलन यादव ग्राम तर्रा  निवासी है। जो कि ग्रामवासीयो का मवेशी चराकर दुध, गोबर व मेहनताना लेकर अपना जीवन यापन करते है। जो कि हम 6 माह पूर्व शासन के गोधन न्याय योजना के तहत गौठान में गोबर विक्रय किए है। जिसका राशि अभी तक नही मिल पाए है, एवं हम सभी की राशि 10 हजार से 20 हजार तक प्रत्येक व्यक्ति का है। 

ग्रामीणों के द्वारा बताया गया  समिति के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति 1 क्विंटल गोबर  में समिति 30 किलो गोबर अलग से  लेते थे। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया व प्रत्येक व्यक्तियों के नाम पर 5 से 10 किवंटल गोबर की तौल से अधिक चढ़ाकर हमसे उसकी राशि लेते है।

जनचौपाल पहुंच कर हम गरीबों को न्याय एवं हमारे गोबर विक्रय की राशि दिलाने की कृपा करें । 

हम गरीब लोग गोबर खरीदी के पैसे के लिए समिति एवं पंचायत के चक्कर काट रहें हैं।

हम गरीबो को पंचायत सचिव और समिति 6 महीनों से घुमा रहे हैं।

हम लोगों ने सुना है सरकार की गोधन न्याय योजना गोबर खरीदी का पैसा ऑनलाइन हितग्राही के खाते में जाते हैं। एक डेढ़ महीने गोबर खरीदी का पैसा गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राही के खाते में डाल देते हैं।

लेकिन ताज्जुब की बात यह है हमारे ग्राम तर्रा में गोबर खरीदी का पैसा 6 महीनों से रुका हुआ है। तो हम कलेक्टर साहब से यही निवेदन करते हैं हमें न्याय दिलाने और हमारे गोबर खरीदी का पैसा दिलाने की कृपा करें।

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