सरस्वती शिशु मंदिर ज्ञान का मंदिर है जहां संस्कार पल्लवित होते हैं – चंद्रशेखर साहू 

गरियाबंद/फिंगेश्वर/राजीम(गंगा प्रकाश)।  क्षेत्र के ग्राम बासिन स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में किरवई संकुल स्तरीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग एवं सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू गरियाबंद जिला सचिव श्रवण साहू बालाराम रात्रे जिला समन्वयक ग्राम भारती जिला गरियाबंद हिमकल्याणी शर्मा तारण साहू विद्यालय सदस्य आदि अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए। इस दौरान सभी अतिथियों ने मां सरस्वती एवं भारत माता की छाया चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रशिक्षण वर्ग को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि चंद्रशेखर साहू ने कहां की सरस्वती शिशु मंदिर ज्ञान का ऐसा मंदिर है जहां शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों का ज्ञान यहां के सुशील व सेवाभावी आचार्य के द्वारा दी जाती है। और यह संस्कार जीवन पर्यंत तक व्यक्ति के साथ रहता है। सरस्वती शिशु मंदिर चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व निर्माण के साथ राष्ट्र निर्माण के कार्य को फलित करने का कार्य करता है यह शिक्षा का स्थान है जहां बाल्यकाल से बच्चों में भारत भारतीय और भारतीय सनातन संस्कृति का बीजारोपण किया जाता है। जिससे संस्कार पुष्पित पल्लवित होते हैं यही संस्कार व्यक्ति को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं। इन सब के लिए यदि कोई उत्तरदाई है तो यहां के आचार्यगण है जो अल्प वेतन व अल्प संसाधनों में राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ में अपने जीवन की आहुति दे रहे हैं। ऐसे सेवाभावी आचार्यों का यह समाज आजीवन ऋणी रहेगा। कार्यक्रम में किरवई संकुल के अंतर्गत आने वाले सभी सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य कामता राम साहू भैसातरा खेलावन राम साहू बेलटूकरी हेमंत साहू किरवई ओम प्रकाश शर्मा कौन्दकेरा काशीराम साहू बेलर हेमलाल साहू बहेरापाल कमलेश यादव कोपरा विष्णु राम निषाद बिजली मनहरण साहू चरौदा उमेश चंद्राकर कुम्ही शिव कुमार यदु बसेरा आदि की उपस्थिति रही।

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