
खेलगाड़िया मद से भ्रष्टचार लोक शिक्षण संचालनालय के अपर संचालक ने मांगी रिपोर्ट
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। जिले में छत्तीसगढ़िया मद में हुए भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। हाल में लोक शिक्षण संचालनालय के अपर संचालक ने कलेक्टर को चिट्ठी लिख फिर से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है। मामले में कार्यवाही को लेकर अपर संचालक के दिलचस्पी दिखाने के बाद अब तय माना जा रहा है कि लंबे समय से प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण के चलते कार्यवाही के बचते आ रहे पूर्व डीएमसी चंद्राकर के विरुद्ध जल्द ही कार्यवाही की गाज गिर सकती है। ज्ञात हो कि हाल में ही लोक शिक्षण संचालनालय ने श्री चंद्राकर को पद से हटा दिया था। जिसके बाद अब लंबित मामले को फिर से संचालनालय ने संज्ञान में ले लिया है। वैसे देखा जाए तो बीते 2 साल से शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के मामले में लोक शिक्षण संचालनालय लगातार कड़ी कार्यवाही कर रही है। उल्लेखनीय है कि 4 साल पहले जिले के मैनपुर ब्लॉक में खेलगड़ियां योजना अंतर्गत खेल के विकास और बच्चों को खेल के प्रति प्रोत्साहित करने शासन द्वारा भेजी गई सरकारी राशि का जमकर दुरुपयोग और भ्रष्टाचार किया गया। खेलगड़ियां सामग्री क्रय करने वर्ष 2018-19 एवं 2019- 20 में प्रत्येक प्राथमिक और माध्यमिक शाला में 5000 और 10000 रुपए भेजे गए थे। परंतु पूर्व डीएमसी चंद्राकर के मौखिक निर्देश के चलते मैनपुर विकासखंड के 99 प्राइमरी और 49 मिडील स्कूलों में राशि से खेल करने के बजाय नियम विरुद्ध जाकर स्मार्ट क्लास हेतु टीवी खरीद लिए गए। इसमें प्रत्येक स्कूल को मिली इको क्लब की राशि 3000 व 9000 रु भी व्यय कर दी गई। ना ही इसका सही से भौतिक सत्यापन हुआ और ना ही गाइडलाइन का पालन किया गया। बीएमसी के दखल के चलते यह दोनों योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और यहां के बच्चे योजना से वंचित हो गए।