
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। लोक आस्था सेवा संस्थान गरियाबंद के द्वारा पीएचएफ के सहयोग से दर्रापारा(गरियाबंद) में भुंजिया समाज के जाति पंचायत सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण रखा गया । कार्यक्रम की शुरुवात सभी के परिचय के साथ किया गया जिसके बाद संस्था प्रमुख हेमनारायण मानिकपुरी व लता नेताम द्वारा उपस्थित मुखियाओं से पूर्व प्रशिक्षण एवं चर्चा के बारे में जानकारी देते हुए भुंजिया के रीति रिवाज/ परंपरा /संस्कृति के बारे में चर्चा किया गया जिसमे तीन प्रकार के भुंजिया चोकटिया जो गरियाबंद क्षेत्र, चिंडा मैनपुर क्षेत्र एवं खोलारजिया छुरा क्षेत्र में मे निवासरत है । भुंजिया समुदाय का मुख्य पहचान लाल बंगला है जिसमे बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहता है । उपस्थित व्यक्तियों के द्वारा समाज के बनाए गए सभी संस्कृति परंपरा रीति रिवाज को बताया गया इस बताए गए रिती रिवाज में से बच्चों की शिक्षा को लेकर के समाज द्वारा बच्चों की मध्यान भोजन खाने हेतु बदलाव की जो परिवर्तन की दिशा में एक अच्छा पहल है/ बदलाव या परिवर्तन विकास की दिशा के लिए बहुत ही आवश्यक है उसमें कहा गया कि सामाजिक नियम जो पूर्वजों द्वारा बनाया गया है , उसमे समय के साथ स्थिति परिस्थिति के अनुसार धीरे धीरे परिवर्तन होता है। इसके बाद कमार एवं भुंजिया विकास प्राधिकरण के बारे में भी चर्चा किया गया । साथ ही लाये गए समस्याओं पर दिशा निर्देश दिए गए और ग्राम सभा में भागीदारी के साथ साथ समाज में महिलाओं का भागीदारी पर चर्चा किया गया । परिवर्तन के साथ सभी समान भागीदारी के साथ मिलकर विकास के लिए कार्य करने हेतु सहमति बनी। कार्यक्रम में भुंजिया समाज के राजा व पंच , झाकर, सदस्य तथा स्टाफ के सभी उपस्थित रहे।