21 सितम्बर को बरभांठा में पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए संयुक्त जनसुनवाई होगी, अपर कलेक्टर बैठक की अध्यक्षता करेंगे

फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। खनन से होने वाले प्रदूषण से प्रभावित होने वाले ग्रामीणों से रूबरू हो उनकी कठिनाईयों जानने संयुक्त लोक जनसुनवाई करने 21 सितंबर को ग्राम बरभांठा में अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में जनसुनवाई की जावेगी। खनिज विभाग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार पत्थर खदानों से अच्छादित बासीन-बरभांठा से हमेशा ग्रामीणों की शिकायत रहती है कि खदानों का काफी संख्या मनमाने ढंग से सीमा के बाहर उत्खनन के साथ साथ सीमा से ज्यादा गहराई तक खदानें उत्खनन से जहां पर्यावरण को काफी नुकसान एवं रोड किनारे बड़ी बड़ी गहरी खुदाई सीमा से बाहर किए जाने से ग्रामीणों का जीवन दूभर होता जा रहा है। ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर आजू-बाजू गहरी खाई के आवागमन रास्तों से जान जोखिम में डालकर आना जाना पड़ता है। ग्रामीणों का यह भी गंभीर आरोप है खदानों में मनमाने ढंग से बारूद से विस्फोट होने से रहवासियों का मकानों में दरारें आ गई है जिससे गांव में रहना अपनी जान को संकट में डालने वाला हो गया है। खनिज अधिकारी तो अपना भारी भरकम नजराना लेकर खदानों में होने वाली अनियमितओं से मुंह मोड़ लेते है भुगतना यहां के रहवासियों ग्रामीणों को पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस प्रकार की जनसुनवाई भी मात्र औपचारिक बन कर रह जाती है। होता वहीं है जो अधिकारी और ठेकेदार चाहते है। ग्राम बरभांठा में पुनः ग्राम बासीन एवं बरभांठा फ्लैग स्टोन माईन्स में स्थित फ्लेग स्टोन माइन्स की पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए संयुक्त जनसुनवाई हेतु 21 सितंबर को अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में जनसुनवाई का कार्यक्रम रखा गया है। ग्रामीणों ने मंशा व्यक्त की है कि हमेशा की तरह यह जनसुनवाई भी मात्र औपचारिकता बनकर न रह जावें इसके लिए उच्चाधिकारी ग्रामीणों द्वारा जनसुनवाई में उठाई गई समस्याओं एवं कठिनाईयों आदि पर निष्पक्ष निर्णय लेकर ग्रामीणों के साथ इंसाफ करें। अन्यथा हमेशा की तरह ढांक के तीनपात की तरह अधिकारी-ठेकेदार वहीं करें जो पहले से निर्धारित है। ऐसा होता है तो ऐसी औपचारिकता पूरी करने वाली जनसुनवाई का कोई औचित्य नहीं रह जावेगा।

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