
राजिम(गंगा प्रकाश)।भाजपा नेता एवं जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने प्रदेश में विगत लगभग एक पख़वाड़े से जारी छग स्वास्थ्य फेडरेशन के हड़ताल को दबाने के लिए प्रदेश की भूपेश सरकार द्वारा की गई लगभग 1200 कर्मचारियों के निलंबन कि कार्यवाही की कड़ी निंदा की है जिसमें कोरबा के 337, जगदलपुर के 269 और कांकेर जिले के 568 कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने सरकार की इस अनुचित कार्यवाही को तानाशाही रवैया करार दिया है और कहा कि कोरोना योद्धा स्वास्थ्यकर्मियों को निलंबित करना भूपेश सरकार की ताबूत पर आखिरी कील साबित होगा। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में स्वास्थ्य कर्मचारियों के वेतनमान में बढ़ोतरी का वादा किया था, लेकिन वेतन विसंगति से जूझ रहे स्वास्थ्य फ़ेडरेशन के 12 अलग अलग कैडर के स्वास्थ्य कर्मियों के वेतनमान में वृद्धि को छोड़ लोकतान्त्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे इन कर्मचारियों को निलंबन, एस्मा लागु करना व बर्खास्तगी जैसी अलोकतान्त्रिक कार्यवाही पर आमादा हो गई है। जिन कोरोना योद्धा स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड काल में निःस्वार्थ सेवाभाव से देवदूत बनकर कार्य किया उन स्वास्थ्य कर्मियों के लिए भूपेश सरकार ने कोरोना भत्ता प्रोत्साहन राशि देने का भी वादा किया था लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन राशि देना छोड़ विधायकों के वेतनवृद्धि करने लगी। प्रदेश की यह भूपेश सरकार पूरी तरह अपनी नैतिकता खो चुकी है, स्वास्थ्य कर्मियों को डरा धमका कर उनके आंदोलन को दबाने और कुचलने का यह सरकार कुत्सित प्रयास कर रही है जिसमें वो कभी सफल नहीं हो पायेगी। अपने कार्यकर्ताओं को उपकृत करने के लिए राजीव युवा मितान क्लब का गठन कर पैसों का बंदरबाट कर रही है लेकिन प्रदेशवासियों की सेवा में लगे स्वास्थ्य कर्मचारियों की समस्याओं से उन्हें कोई लेना देना नहीं है, यह सरकार अपने संक्रमणकाल से गुजर रही है और आईसीयु में अपनी अंतिम सांसे गिन रही इस सरकार की नाक से यही स्वास्थ्यकर्मी ऑक्सीजन नली निकालकर इस तानाशाही सरकार का खात्मा करेगी।