
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। अगस्त क्रांति आंदोलन के रूप मे 21 तारीख से प्रांत व्यापी आह्वान पर स्वास्थ विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर जिनके द्वारा अपनी चार सूत्रीय मांगो को लेकर आंदोलन जारी है, राज्य सरकार द्वारा जिस तरह से पूर्व के अलग अलग आंदोलन चाहे वो पटवारी संगठन का हो चाहे संविदा संघ का हो सभी आंदोलनो को दबाने कुचलने का प्रयास एस्मा कानून लगाकर किया गया वही दबाव अब स्वास्थ कर्मचारियों पर भी किया जा रहा है, एस्मा कानून का विरोध करने पर स्वास्थ्य विभाग के लगभग पूरे 33 जिले 3 हजार से अधिक कर्मचारियों पर निलंबन एवं बर्खास्तगी की कार्यवाही किया गया है जिसका कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन पुरजोर विरोध करता है तथा ऐसे दमनात्मक कार्यवाही से पूरे कर्मचारी अधिकारियों मे रोष व्याप्त है, राज्य सरकार द्वारा संगठन के लोग क्यो हड़ताल मे क्या उनकी मांग है क्या समस्या है का समाधान ना करके बिना संवाद के इस तरह से कार्यवाही किया जाने से कांग्रेस सरकार का हमेशा कर्मचारी विरोधी रहने का प्रमाण देता है, कर्मचारी अधिकारी वही मांग कर रहे है जो मांगे कांग्रेस सरकार 2018 मे सत्ता मे आने के लिए अपने जन घोषणा पत्र मे लिया था, लेकिन मांग करते करते 5 साल पूरे होने को तो मांग जस का तस होने से कर्मचारी परेशान होकर हड़ताल करने मजबूर है इस तरह स्वास्थ्य कर्मचारी जो कोरोना योध्दा का प्रमाण पत्र जिस सरकार ने इन कर्मचारियों को दिया उन्ही पर काला कानून एस्मा लगाया जाना पीड़ा दायक है जिसका कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन पुर जोर विरोध करता है तथा विरोध स्वरूप पूरे राज्य मे जिला एवं ब्लॉक स्तर मे मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरों को दंडात्मक कार्यवाही नही किये जाने व बर्खास्तगी आदेश, निलंबन आदेश को शून्य किये जाने हेतु ज्ञापन सोपने का प्रांतीय आह्वान किया गया, गरियाबंद मुख्यालय मे राजपत्रित अधिकारी संघ आर के तलवरे महासचिव अधिकारी कर्मचारी फेड्रेशन महासचिव बसंत त्रिवेदी, जिला अध्यक्ष लिपिक संघ पन्ना लाल देववंशी मनोज खरे बसन्त मिश्रा भगवान चंद्राकर मुकेश साहू मैनपुर के के कृसानु जी माधुरी यादव सुनीता साहू उमा सोनटेके मेडम स्वास्थ विभाग गिरधर गजभिये अनूप महाड़िक नीलाम्बर पटेल रजनी जेकम मनीषा ध्रुव पंकज पाटिल विवेक टेमरे चन्द्रहास श्रीवास सहित लोग मौजूद रहे