
छुरा (गंगा प्रकाश)। सनातन धर्म में भाद्रपद माह में श्रीकृष्ण और श्रीगणेश की पूजा का विशेष महत्व है भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को बहुला चतुर्थी के नाम से जाना जाता है इस दिन गणेशजी के साथ-साथ श्रीकृष्ण एवं गायों की पूजा का विधान है बहुला चतुर्थी का महत्व बताते हुए पुजारी यज्ञेश पाण्डेय ने कहा कि यह निसंतान दम्पत्ति को संतान प्रदान करने, संतान के कष्टों को हरने वाला और धन- धान्य प्रदान करने वाला व्रत माना गया है इस व्रत को करने से श्रीकृष्ण के आशीर्वाद से सभी लौकिक और परलौकिक सुख प्राप्त होते हैं इस व्रत को रखने से संतान को कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में आई हुई कठिनाइयां दूर होती हैं बहुला चौथ के पावन अवसर पर मानस मंदिर प्रांगण में महिलाओं द्वारा भगवान शिव एवं माता पार्वती जी का पूजन सम्पन्न विधि विधान के साथ मंदिर के पुजारी श्री यज्ञेश प्रसाद पाण्डेय एवं भोला पाण्डेय ने संपन्न कराया और साथ ही सभी ने भगवान से सुख, शान्ति के लिए प्रार्थना की, पूजन पश्चात श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को बहुला चौथ की कथा सुनाई, एवं प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर जयसुधा गुप्ता, आरती गुप्ता, सोनिया कोठारी, सुनीता गुप्ता, कल्याणी चंद्राकर, माया चंद्राकर, रुकमणी चंद्राकर सहित अन्य महिलाएं शामिल हुई।