
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। छ.ग. हैल्थ फेडरेशन के 5 सूत्रीय मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल को 15 दिवस हो गए है पर शासन द्वारा हड़ताल खत्म करने अभी तक कोई पहल नही की गई है। इससे साफ जाहीर होता है कि शासन.प्रशासन जनता के स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति संवेदनहीन है। छण्गण् के कर्मचारी आंदोलन के इतिहास में पहली बार बिना चर्चा बिना निष्कर्ष के हड़ताल इतने लंबे दिनो तक चल रहा है। हेल्थ फेडरेशन के पदाधिकारीयों का कहना है कि शासन.प्रशासन द्वारा शनिवार.रविवार अवकाश दिवसों में भी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कार्यालय खोले गए जितने भी बर्खास्तगीध् निलंबन ध् एफआईआर जैसे कार्यवाही हुई है इन्ही दो दिनो मे कि गई है इतनी तत्परता शासन के अधिकारी मांगों के निराकरण के लिए करते तो आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए घुमना नही पड़ता। ध्यान देने वाली बात ये है कि राहूल गांधी कि सभा समापन तक कोई भी कार्यवाही का पत्र जारी नही किया गया सभा समापन पश्चात देर रात तक कार्यवाही के पत्र जारी किए गए है इसमे प्रशासन के साथ शासन एवं सरकार कि पूरी मिलीभगत होने कि आशंका है। ताकि कर्मचारीयों में विरोध के स्वर न निकले एवं सभा का समापन शांतिपूर्ण तरीके से हो जाए । राहूल गांधी जी को प्रदेश के 40 हजार स्वास्थ्य कर्मी ट्वीटर के जरीए छ.ग. का हाल बताएंगे कि उन्होने भरी सभा मे कहा था कांग्रेस जो कहता है वा करता है पर छत्तीसगढ मे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जो कहा गया वो नही किया । प्रदेश के 40 हजार स्वास्थ्य कर्मचारी एवं अधिकारी आज स्वास्थ्य मंत्री को सामूहिक त्यागपत्र देंगे फेडरेशन के पदाधिकारीयों का कहना है कि अब विभागीय अधिकारीयों को अवकाश के दिवसों मे कर्मचारीयों के उपर कार्यवाही करने के लिए ड्यूटी जाने की जरूरत नही पडेगी प्रदेश के 40 हजार स्वास्थ्य कर्मी सामूहिक त्यागपत्र देकर उनका ये काम आसान कर रहे है। स्वास्थ्य कर्मियों को तो शनिवार रविवार अवकाश नही मिलता प्रशासनिक अधिकारी अवकाश का लाभ अपने परिवार के साथ ले सकते है ।