
फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। नगर सहित इस पूरे अंचल में आज बुधवार 7 सितंबर को मनाई जाएगी जन्माष्टमी। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार जन्माष्टमी का पर्व 6 और 7 सितंबर दो दिन का है जिसमें अंचल में 7 तारीख को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार बुधवार को रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे। साथ ही मध्य रात्रि में अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र, वृषभ लग्न और वृषभ का ही चंद्रमा भी रहेगा। महाभारत के अनुसार द्वापरयुग में भगवान कृष्ण के जन्म के समय भी ऐसा संयोग बन रहा था। इस वजह से इस बार जन्माष्टमी अत्यन्त शुभ फलदायक बन गई है। रोहिणी नक्षत्र तथा अष्टमी तिथि गुरूवार दोपहर तक रहेगी। हिंदू धर्म में उदय तिथि की मान्यता होने के कारण जन्माष्टमी भी गुरूवार को ही मनाई जाएगी। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान कृष्ण का जन्म मध्यरात्रि व्यापिनी अष्टमी तथा रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। गुरूवार को भी यही संयोग होगा साथ ही हर्षण तथा सिद्धी योग का भी शुभ संयोग बन रहा है। अष्टमी तिथि बुधवार को दोपहर 3ः38 बजे से अगले दिन गुरूवार दोपहर 4ः15 बजे तक रहेगी। रोहिणी नक्षत्र बुधवार सुबह 9ः30 बजे से अगले दिन सुबह 10ः25 बजे तक रहेगा।