
फ़िंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के भूपेश सरकार द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से निरंतर बच्चों के सर्वांगीण विकास महिलाओं के पेट में पल रहे भ्रूण के सर्वांगीण विकास के प्रति निरंतर ध्यान रखा जा रहा है 1 सितंबर से 15 सितंबर तक महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ रहे बच्चों के सर्वांगीण विकास को मापते हुए वजन त्यौहार मनाया जा रहा है। वजन के माध्यम से हम पोषित व कुपोषित बच्चों को समझ सकते हैं इस कार्यक्रम के माध्यम से अधिकारी एवं अतिथि गणो के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान करने वाली माता को बताया जाता है कि हमें किस प्रकार अपने एवं अपने बच्चों का ध्यान रखना चाहिए प्रसव के बाद हमें स्तनपान करना चाहिए जो पीली वाली गाड़ी दूध प्रथम दूध जो होता है वह इम्यूनिटी रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने वाली दूध होता है और इसे हमें अपने आसपास के महिलाओं को बताना चाहिए कि प्रसव के बाद प्रथम दूध फेकना नहीं है।उसे प्रेम से स्तनपान कराना बच्चों है उक्त बातें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती अर्चना डॉ दिलीप साहू ने कही।कार्यक्रम में ग्राम के सरपंच पवन खरे,सरपंच पाली श्रीमती त्रिवेणी गजेंद्र साहू,सुपरवाइजर श्रीमती हेमपुष्पा साहू एवं आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता एवं सहायिका उपस्थित रहे।