भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के कार्यक्रम का क्षेत्रीय भाजपा नेताओं ने किया अघोषित बायकाट

राजिम (गंगा प्रकाश)। राजिम विधानसभा चुनावी केन्द्रीय कार्यालय का उद्घाटन समारोह में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव एंव सासंद चुन्नीलाल साहू राजिम पहुचे,राजिम विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा घोषित प्रत्याशी रोहित साहू का लगातार विरोध किये जाने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन के बहाने नराज चल रहे भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को समझाने के लिए राजिम पहुचे, प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यालय का उद्घाटन तो कर दिया लेकिन जिन पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, बूथ प्रभारियों, शक्ति केन्द्र प्रभारियों की बदौलत भाजपा राजिम विधानसभा में परचम लहराने की सपना सजौये बैठी है ऐसे जमीनी फौज ने अरुण साव के कार्यक्रम का सीधे तौर पर बायकाट कर दिया! मजबूरी वश नहीं चाहते हुये मण्डल अध्यक्षो ने उपस्थित हुये वह भी अनुशासन के चलते, अरुण साव ने राजिम के घोषित प्रत्याशी को जिताने एवं प्रत्याशी नहीं बदले जाने की बात तो कह दिया जिसे आम कार्यकर्ताओं ने तवज्जों नहीं दिया, दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि राजिम निवासी पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय का नाम कार्यालय उद्घाटन सूचना मे नही था, न ही निमंत्रण भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रामकुमार साहू, रामू राम साहू, सोम प्रकाश साहू,अशोक कुमार साहू, प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा, मुरलीधर सिन्हा, आशीष शर्मा श्वेता शर्मा अशोक राजपूत जैसे हजारों राजिम विधानसभा में भाजपा का सालो साल से झंडा उठाने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं का उपस्थित न रहना भाजपा के लिए खतरे की घंटा है, कांग्रेस के लिए शुभ संकेत है ,लगता है प्रदेश भाजपा नेताओं के जिद गलत निर्णय कही राजिम विधानसभा में भाजपा की नैय्या डूबोने वाली है, अंदर खाने से खबर है कि भाजपा के कुछ दबंग साहू नेता भी निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है ओर ये नेता कांग्रेस के सम्पर्क में है, जिसका फायदा कांग्रेस उठाने के मूड में है, वही दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के राजिम विधानसभा से घोषित प्रत्याशी तेज राम विद्रोही साहू समाज से है ओर भाजपा प्रत्याशी से कही अधिक पकड़ रखते हैं जो भाजपा प्रत्याशी के लिए मुसीबत है! भाजपा प्रत्याशी को क्षेत्रीय भाजपा नेताओं, साहू निर्दलीय उम्मीदवारों, एवं आप पार्टी के साहू प्रत्याशी के जाल में उलझ कर रह जायेगें ओर कांग्रेस कही बाजी न मार ले ! साहू- साहू एवं भाजपाईयों का नराजगी न चाहते हुये भी कांग्रेस का परचम लहरा सकता है कोई अतिश्योक्ति नहीं होगा, समय रहते भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाक्टर रमन सिंह, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को जल्दबाजी में लिए गए गलत फैसले पर विचार कर लेना ही समझदारी होगी, अगर बडे़ नेता होने का अहम कही लोकसभा चुनाव में मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो सकता है! महासमुंद लोकसभा क्षेत्र का पुराना इतिहास कि ओर देखा जाये तो विद्याचरण शुक्ल, पवन दीवान, ओंकार शाह , अजित प्रमोद जोगी , संतोष उपाध्याय, श्वेता शर्मा जिन्होंने ने दलबदल कर लोकसभा विधानसभा चुनाव में हार का स्वाद चख चुके हैं राजिम क्षेत्र का मतदाता कभी भी बार बार दल बदलने वालो को स्वीकार नहीं करती, भाजपा प्रत्याशी रोहित साहू कांग्रेस पार्टी छोड़कर अजित जोगी के जनता कांग्रेस में रहकर राजिम से चुनाव लडकर पराजित हुआ जोगी पार्टी में रहकर विधायक बनने का सपना कभी पूरा नहीं होने वाला है समझ कर साल भर पहले भाजपा में शामिल हो गया एक साल में ऐसा क्या काम किया किया की पार्टी के आला नेताओं ने राजिम भाजपा का खेवनहार मान लिया गया, बरसों से भाजपा के लिए संघर्ष करने वाले कार्यकर्ता डिस्पोजेबल हो गये !

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