केंद्र सरकार चांवल 86 लाख मीट्रिक टन से घटाकर 61 लाख मीट्रिक टन ही खरीदने की घोषणा पर मधुबाला रात्रे ने भाजपा पर सीधा हमला बोला

फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)।केंद्र सरकार द्वारा धान खरीदी शुरू होने से पूर्व सेंट्रल पुल में की गई कटौती को लेकर कांग्रेस नेत्री ज़िला पंचायत की सभापति श्रीमती मधुबाला रात्रे ने भाजपा पर सीधा हमला बोला है।जब से केंद्र सरकार की ओर से चांवल 86 लाख मीट्रिक टन से घटाकर 61 लाख मीट्रिक टन ही खरीदने की घोषणा की गई है। तब से केंद्र सहित यहा राज्य के भाजपा नेताओं के मुंह पर ताला लग गया है। क्योंकि उन्हें मालूम चल गया है कि अगर उन्होंने कुछ भी कहा तो उन्हें पार्टी द्वारा की जाने वाली कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।श्रीमती रात्रे ने किसानों से कहा ये वहीं भाजपा सरकार है जो चुनाव से पूर्व ढिढोरा पीटते हुए आ रही है कि 80 फीसदी धान खरीदी वे करते है।अब जब इस वर्ष भूपेश सरकार ने खरीदी की लिमिट 15 से 20 किवंटल और समर्थन मूल्य को भी बढ़ा दिया है तो केंद्र सरकार ने अभी से अपने हाथ खींच लिए है।इससे छग के किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। प्रदेश में जब तक कका भूपेश बघेल है तब तक किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार ने कहा है कि वे 20 किवंटल और तय नए समर्थन मूल्य के आधार पर किसानों से इस वर्ष धान खरीदी कर अपना वायदा निभाएगी। केंद्र चाहे कटौती करें या कुछ भी करें। हां खरीदी के बाद वर्तमान में कटौती को लेकर मौन साधे हुए भाजपा नेता ये जो बयान देंगे की छ.ग. में होने वाली धान खरीदी वे करते है। अब जब धान खरीदी का 80 फीसदी केंद्र इस वर्ष भूपेश सरकार ने खरीदी की सरकार करती है।श्रीमती रात्रे ने कहा कि 2013 केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब तक प्रदेश में धान खरीदी और किसानों को बोनस भी मिलता था जैसी ही डबल इंजन की सरकार बनी न सिर्फ बोनस में कटौती हुई बल्कि धान की लिमिट 10 किंवटल तक पहुंच गई थी।सरकार रहते हुए ये कभी 60 लाख मीट्रिक टन तक की खरीदी नहीं कर पाए। जबकि कांग्रेस ने 80 लाख मीट्रिक टन से शुरुआत की और आज 125 लाख मीट्रिक टन पहुंच गए हैं।मधुबाला रात्रे ने कहा कि केंद्र की भाजपा को भूपेश बघेल से इतना भय हो गया है कि वे राज्य में चुनाव जीतने के लिए हर तरह का पैतरा अपना रही है।परंतु छ.ग. की जनता जान गई है की जब तक कका हे तब तक किसान के हित में कोई फरक नहीं पड़ेगा।

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