
छुरा (गंगा प्रकाश)। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान अंतर्गत जोन स्तरीय मुकाबला संकुल केंद्र छुरा में आयोजित हुआ। एलिमेंट्री लेवल में विज्ञान प्रदर्शनी, कबाड़ से जुगाड़ एवं क्विज प्रतियोगिता संपन्न हुआ। वहीं सेकेंडरी लेवल में विज्ञान प्रदर्शनी तथा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चों में गणित, विज्ञान तथा तकनीकी अवधारणाओं को विकसित करने हेतु प्रतियोगिता विविध चरणों में आयोजित की जा रही है। प्राचार्य के.के.साहू, ऋषि साहू, संकुल समन्वयक मनहरण लाल यादव, विनोद चंद्राकर, शंकर लाल यदु और खोराबाहरा निषाद द्वारा पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। समन्वयक शंकर लाल यदु द्वारा सरस्वती वंदना के बाद राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के विविध गतिविधियों को अवगत कराया गया। जिला नोडल सदस्य सुदामा प्रसाद लोधी, चंद्रवती सिन्हा एवं अर्जुन धनंजय सिन्हा द्वारा प्रतियोगिता के महत्वपूर्ण और तकनीकी तथ्यों को विस्तार से बताया गया। प्राचार्य के.के. साहू ने कहा कि बच्चों के अंदर छुपे हुए वैज्ञानिक सोच को मंच प्रदान करने के लिए यह उत्तम अवसर है। आज ज्ञान और विज्ञान की बुनियाद पर हमने चांद तक की दूरी तय कर लिया है। प्राचार्य ऋषि साहू ने कहा की जिज्ञासा ही विज्ञान की जननी है। इसके लिए गंभीर चिंतन, आत्मविश्वास और धैर्य की आवश्यकता होती है। विज्ञान प्रदर्शनी अंतर्गत पावर सेविंग हाउस, मानव मस्तिष्क, रोड एक्सीडेंट रोधी वाहन, सुषुप्त ज्वालामुखी, सोलर पैनल चलित मकान का सुंदर प्रस्तुतीकरण किया गया। कबाड़ से जुगाड़ में चंद्रयान, रेनवाटर हार्वेस्टिंग आदि का बेहतरीन प्रदर्शन किया। एलिमेंट्री लेवल पर क्विज प्रतियोगिता में निमिष कंवर एवं डिंपल निषाद, कबाड़ से जुगाड़ में डिगेश्वरी नेताम और विज्ञान प्रदर्शनी में भीषम कुमार ध्रुव विजेता रहे। सेकेंडरी लेवल अंतर्गत क्विज प्रतियोगिता में कविता यादव एवं कुलेश्वर निषाद तथा विज्ञान प्रदर्शनी में छयांक पटेल विजेता रहे। विजेताओं को मेडल एवं कलम से सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों को भी सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। संचालन अर्जुन धनंजय सिन्हा तथा आभार प्रदर्शन मनहरण लाल यादव ने किया। प्रतियोगिता में ब्लॉक नोडल आनंद विश्वकर्मा, वंदना देवांगन, राजेश देवांगन, पोषण लाल वर्मा, शिक्षक उमेश नवरंगे, हेमलाल पटेल, मंगलमूर्ति सोनी, फलेंद्र ठाकुर, रोहित नेताम, दिलीप सिन्हा, अल्का जैन, मालती पनिका, पूनम सोनी, विभा चंद्राकर, यमुना ठाकुर, शबीना नाज, डिकेश्वरी दीवान का विशेष योगदान रहा।