
संपादक प्रकाश कुमार यादव
रायपुर (गंगा प्रकाश)। ऑनलाइन डेस्क 9 अक्टूबर भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है। छत्तीसगढ़ में 2 चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण में 7 नवंबर और दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा। चुनाव परिणामों की घोषणा 3 दिसंबर को होगी। ऐसे में आज से 55 दिन बाद प्रदेश को नई सरकार मिल जाएगी।
पहले चरण में 20 सीटों पर वोटिंग होगी जिसमें बस्तर की 12 और राजनांदगांव की 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं। वहीं दूसरे चऱण में बाकी 70 सीटों पर मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से शाम 4.30 बजे ज्यादा जानकारी दी जाएगी।
प्रथम चरण (7 नवंबर) 20 सीटों पर मतदान
राजनांदगांव
डोंगरगढ़ (SC)
डोंगरगांव
खुज्जी
पंडरिया
कवर्धा
खैरागढ़
मोहला-मानपुर (ST)
कांकेर (ST)
अंतागढ़ (ST)
भानुप्रतापपुर (ST)
केशकाल (ST)
कोंडागांव (ST)
नारायणपुर (ST)
बस्तर (ST)
जगदलपुर
चित्रकोट (ST)
दंतेवाड़ा (ST)
बीजापुर (ST)
कोंटा (ST)
2 करोड़ मतदाता करेंगे अधिकार का प्रयोग
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कुल 2.03 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 1.01 करोड़ पुरुष वोटर्स तो 1.02 करोड़ महिला वोटर्स हैं, जबकि 18 से 22 साल की आयु के 18.68 लाख मतदाता हैं। आदिवासी इलाके में स्पेशल पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ में पिछली बार दो चरण में 12 और 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। रिजल्ट 11 दिसंबर को अनाउंस किया गया था। 18 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हुआ था।
वर्ष 2018 चुनाव के आंकड़े
प्रदेश में विधानसभा की 90 सीटें हैं। पिछले चुनाव की बात करें तो पहले चरण में 18 सीटों पर 12 नवंबर और दूसरे चरण में 20 नवंबर को 72 सीटों पर मतदान कराया गया था। कांग्रेस ने 68 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी की थी। जबकि 15 साल सत्ता में रही भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी। इसके बाद हुए उपचुनाव में भाजपा के पास 14 रह गई, जबकि कांग्रेस की तीन सीटें बढ़कर 71 पहुंच गई।
हटेंगे पोस्टर-बैनर, हथियार होंगे जमा
आचार संहिता लगते ही किसी भी सरकारी काम के लिए चुनाव आयोग की सहमति अनिवार्य होगी। इसके साथ ही सरकारी वाहनों के उपयोग पर बैन लग जाएगा। वहीं प्रदेश भर में लगे चुनावी प्रचार वाले सभी पोस्टर-बैनर 24 घंटे में हटा दिए जाएंगे। मंत्रियों को सरकारी गाड़ियां और सुविधाएं छोड़नी पड़ेगी। नए कामों की घोषणा नहीं की जा सकेगी, लेकिन पुराने काम जो पहले से चलते आ रहे हैं, वो चलते रहेंगे।