
फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)।-फिंगेश्वर का प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला पारंपरिक राजा दशहरा इस वर्ष शुक्रवार 27 अक्टूबर को पूरे राजकीय आन बान शान से मनाया जावेगा। मंदिर ट्रस्ट समिति के सरवराकार राजा नीलेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि फिंगेश्वर में क्वार नवरात्र प्रारंभ होते ही 15 अक्टूबर से मॉ मौलीमाता के समक्ष मनोकामना ज्योत स्वरूप 1725 ज्योत प्रज्वलन के साथ फिंगेश्वर के पारंपरिक राजा दशहरा की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। पंचमी श्रृंगार के उपरांत आज शनिवार 21 अक्टूबर को महासप्तमी एवं रविवार 22 अक्टूबर को महाअष्टमी हवन होगा। सोमवार महानवमी 23 अक्टूबर को जंवारा विसर्जन का कार्यक्रम है। मंदिर ट्रस्ट समिति वरिष्ठ सदस्य ठाकुर शिवकुमार सिंह, देवेन्द्र बहादुर सिंह, सुश्री पुखराज सिंह, श्रीमती यशोधरा सिंह एवं शिवाजी धु्रर्वे ने जानकारी देते हुए कहा कि फिंगेश्वर राजा दशहरा महोत्सव शुक्रवार 27 अक्टूबर को होगा। प्रातः श्री देवधर, दफ्तर पूजा, श्री बालाजी, श्री पंचदेव, श्री मावली देवी एवं श्री फणिकेश्वर नाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना उपरांत ध्वजारोहण संपन्न होगा। ट्रस्टी युवराज आदित्येन्द्र बहादुर सिंह, आनंद ठाकुर, रमेन्द्र सिंह, पंकज शर्मा एवं रवि तिवारी ने राजा दशहरा के सबसे प्रमुख, आकर्षण एवं लोगों के आकर्षण के केन्द्र राजा साबह की सवारी के साथ भगवान रामचन्द्र जी सांग देवता एवं विजय शोभायात्रा रात्रि 9 बजे राजमहल से निकलेगी। जो नगर के प्रमुख मार्ग से होती नगर के हाईस्कूल मैदान में प्रतीकात्मक युद्ध के बाद शानदार आतिशबाजी के मध्य विजयी राजा की रैली राजमहल लौटेगी। जहां राज परिवार के लोग जहां विजयी होकर लौटे राजा की राजसी सम्मान करेंगे और इस राजा दशहरा के साक्षी बने गणमान्य अतिथि, नागरिक एवं सामाजिक लोग राजा साहब से भेंट सुपारी का कार्यक्रम संपन्न होगा। इस प्रकार फिंगेश्वर का राजा दशहरा पूरे आन बान शान एवं गरिमामयी ढंग से संपन्न होगा। इस वर्ष चुनावी आचार संहिता के कारण सभी सार्वजनिक कार्यक्रम आदि शासन की गाईडलाइन के अनुसार रात्रि 10 बजे तक संपन्न कराए जाएंगे। 24 अक्टूबर रविवार को शरद पूर्णिमा का आयोजन बालाजी मंदिर प्रांगण में होगा। मंदिर ट्रस्ट समिति के सरवराकार राजा निलेन्द्र बहादुर सिंह ने मॉ मौली माता के श्रद्धालुजनों एवं क्षेत्रीयजनों से फिंगेश्वर राजा दशहरा में भाग लेने की अपील करते हुए आचार संहिता के साए में सभी शांति व्यवस्था हेतु बनाए गए नियमों का पालन करते हुए पूरे उत्साह के साथ दशहरा महोत्सव का आनंद लेने की अपील की है।