कांग्रेस जीती छत्तीसगढ़ तो भी मुख्यमंत्री पद के लिए “सट्टा वाले बाबा” की राह नहीं आसान?टीएस सिंह देव के बयान ने मचाई खलबली


प्रकाश कुमार यादव
रायपुर(गंगा प्रकाश):-
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों का मतदान सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है।अब छत्तीसगढ़ के प्रमुख दलों सहित जनता को इंतजार है नतीजों का,इस बार कांग्रेस सत्ता में दोबारा आएगी या फिर बीजेपी सत्ता की कमान संभालेगी? ये तो 3 दिसंबर को पता चलेगा? लेकिन इससे पहले कांग्रेस में सीएम पद के लिए मांग उठनी शुरू हो गई है,उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने एक बयान देकर अपनी पार्टी के लिए असमंजस की स्थिति बना दी है। टीएस सिंह देव के एक बयान ने राज्य के राजनीतिक गलियारो में खलबली मचा दी है।बड़ा बयान देते हुए टीएस सिंह देव ने कहा कि अगर वो मुख्यमंत्री नहीं बने तो चुनाव ही नहीं लड़ेंगे।इससे मौजूदा सीएम भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने की राह आसान होती तो नहीं दिख रही, टीएस सिंह देव का कहना है कि मुख्यमंत्री बनने के लिए यह उनका आखिरी मौका है।अगर ऐसा नहीं होता है तो आगे चुनाव लड़ने का कोई औचित्य नहीं है और न ही वो लड़ेंगे, मतदाता जो भी जिम्मेदारी देंगे, वह निभाने के लिए तैयार हैं.।

हर जिम्मेदारी पूरी तरह निभाई:टीएस सिंह देव

इतना ही नहीं, टीएस सिंह देव ने आगे कहा कि यह मन की भावनाएं हैं, मन में रखी हैं।अगर भौतिक रूप से काम करने का मौका मिल जाए तो उन्हें खुशी होगी। वहीं, उन्होंने कहा कि जिस भी स्थान पर काम करने का मौका मिलेगा, वह करेंगे,टीएस सिंह देव ने कहा कि विधायक था तो विधायक के रूप में जितना काम कर सकता था किया।नेता प्रतिपक्ष के रूप में काम करने का मौका मिला तो अपनी तरफ से पूरा योगदान दिया, मंत्री के रूप में भी पूरी तरह से जिम्मेदारी निभाई,आगे जनता जो कहेगी, वो करेंगे। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव के ”प्रदेश में सीएम नहीं बनने के बाद राजनीति का कोई औचित्य नही रह जाएगा,इस बयान को लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने मीडिया से खास बातचीत में कहा कि सीएम बनना छोटी चीज है. हम लोगों को रियासत काल से राजा महाराजा रहे,5 साल का सीएम क्या होता है? वो बहुत छोटी चीज है।जिम्मेदारी मिलेगी तो अच्छी बात है।हमलोग तो काम कर ही रहे हैं,सीएम भूपेश भाई के साथ कोई दिक्कत तो नहीं है।उपमुख्यमंत्री व अंबिकापुर से कांग्रेस प्रत्याशी टीएस सिंहदेव ने शनिवार को बयान दिया, “मुख्यमंत्री नहीं बनने की स्थिति में यह मेरा अंतिम चुनाव होगा, मैं राजनीति से संन्यास लेने की बात नहीं कर रहा हूं। मैं राजनीति में रहूंगा, संगठन से जो दायित्व मिलेगा, उसका निर्वहन करूंगा” उन्होंने कहा कि जब पानी स्थिर हो जाता है तो उसमें भी काई लग जाती है।कोई आपको हटाए, उससे पहले ही निर्णय लेना उचित है।मेरा तो मानना है कि हटाने से पहले सीट खाली कर देनी चाहिए,युवाओं और नए लोगों को भी अवसर मिलना चाहिए,राजनीति में इतना कड़ा निर्णय लेने की भी क्षमता होनी चाहिए।

मुझे निराशा होगी

उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि 75 प्लस से मैं हमेशा बचता रहा हूं। शायद यह संभव नहीं है, लेकिन अगर कांग्रेस को दो-तिहाई से ज्यादा सीटें नहीं मिलीं तो मुझे निराशा होगी।

पीसीसी चीफ दीपक बैज और कुमारी सैलजा ने ली बैठक

इधर, छत्तीसगढ़ में मतदान के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज और कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा ने प्रत्याशियों की बैठक ली,रविवार को एक बार फिर प्रत्याशियों के साथ बैठक होगी. बैठक के बाद कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रत्याशियों से चुनाव का अच्छा फीडबैक मिला है,बढ़िया ढंग से कांग्रेस की सरकार बनेगी, ओवर कॉन्फिडेंट नहीं होना चाहिए, कन्जर्वेटिव रखना चाहिए. अच्छे नतीजे आएंगे, अभी अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।

सीएम पर बोलीं कुमारी सैलजा

कुमारी सैलजा ने आगे कहा कि जिनका टिकट बदला उन्होंने पार्टी के प्रति निष्ठा रखी और जिम्मेदारी निभाई, हमारे यहां की परंपरा है पहले विधायकों की बैठक होती है,MLA बैठक के बाद सीएम पद का फैसला हाईकमान करता है, यही कांग्रेस की परंपरा है, जिसे सब मानते हैं।

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