

छुरा (गंगा प्रकाश)। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसेला में 102 महतारी एक्सप्रेस की लच्चर सुविधा के कारण 20 नवंबर को रात्रि में पिछड़ी जनजाति भुजिया ग्राम बीजापानी के गर्भवती तुलेश्वरी पति उतम भुजिया का डिलीवरी के दौरान बच्चें की मौत हो गई। ज्ञात हो कि 102 महतारी एक्सप्रेस सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक रसेला और पीपरछेडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दोनों को ही सेवा दे रहे हैं। रात्रि 8 बजे के बाद अगर किसी भी गर्भवती माताएं को 102 की जरूरत पड़ती है तो आप छुरा 102 को काल करना पड़ेगा । उतम भुजिया ने बताया कि जब मुझे 102 छुरा को काल करने पर रिस्पांस नहीं मिलने पर अपने साधन मोटरसाइकिल से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसेला लाया गया जहां डिलीवरी के दौरान बच्चें की मौत हो गई। मालूम हो कि सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक एक ही ड्राइवर गाड़ी में सेवा दे रहे हैं। अगर 102 महतारी एक्सप्रेस रात्रिकालीन सेवा नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में ऐसी कई घटनाएं घटित हो सकती है। क्योकि यह क्षेत्र आदिवासी,कमार , भुजिया जनजाति निवास करते हैं। यह क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है। ऐसे कई परिवार है जो खुद के पास गर्भवती माताएं को लाने के लिए किसी प्रकार की साधन नहीं है। ऐसे में अगर रात्रि 12 बजे किसी गर्भवती महिला को 102 की जरूरत पड़ता है तो क्या होगा जो तुलेश्वरी भुजिया के साथ रात्रिकालीन 102 की सेवा नहीं मिला वहीं होगा। ऐसा तो नहीं है कि डिलीवरी सिर्फ रात्रि 8 बजे के बाद नहीं आएगा। अगर रात्रिकालीन छुरा से 102 की ब्यवस्था हो सकती है तो रसेला से क्यों नहीं जबकि रसेला से छुरा की दूरी 17 किलोमीटर है आस पास के लिए 25 से 30 किलोमीटर पड़ सकता है। अगर रात्रिकालीन 102 की ब्यवस्था नहीं किया तो ऐसी घटनाएं होती रहेगी। क्षेत्र वासियों ने शासन प्रशासन से रात्रिकालीन 102 महतारी एक्सप्रेस की सेवा की मांग की गई है।
वर्जन
में 102 महतारी एक्सप्रेस के मैनेजर को कई बार फोन कर रात्रिकालीन सेवा चालू करने को कहा गया मगर ध्यान नहीं दिया।
डॉ राहूल नेताम मेडिकल आफिसर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसेला