
मुहर तो लगी है छत्तीसगढ़िया को जीताने के लिए लेकिन पूंजीवाद के कारण बाजी पलटने में भाजपा भी कमी नहीं किया है
रायपुर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ की चुनाव में बड़ी चर्चा हो रही है सब लोग प्रयास लग रहे हैं फलौदी सट्टा वाले भी दावा कर रहा है लेकिन मेरी दवा को कोई फैल नहीं कर सकता है यहां बड़ी-बड़ी तांत्रिक बड़ी-बड़ी पंडित ग्रह नवक्षेत्र के साथ-साथ बता रहे हैं लेकिन सारी नवक्षत्र विधानसभा चुनाव की क्षेत्र फैल हो चुका है उनकी दावा केवल ढकोसला है कुछ भी नहीं है मैं तो पूरी तरह चैलेंज करता हूं आज ना तो बागेश्वर धाम वाले पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री बता सकता है ना ही अनंत शिव भक्त शिव पुराण की कथा कम अन्य पुराण की कथा ज्यादा बताने वाले महादेव की उपयोग करने वाले भी बता सकते हैं। लेकिन कोई दावा नहीं कर सकता क्योंकि उनकी दिव्या दृष्टि पूरी तरह फैल हो चुका है जन आवाज लाइव टीवी की दिव्या दृष्टि दावा करता है कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन रही है और बनेगी चाहे दुनिया की पूरी ताकत लगा ले यह लोग तो केवल एक प्रोडक्ट है जिसको लॉन्च करके उपयोग किया जाता है और अपनी मार्केटिंग बनाया जाता है ऐसी ही दावा रविशंकर बघेल कर रहे हैं इन लोगों की चक्कर में लोग ना पड़े तो बेहतर होगा क्योंकि भगवान के नाम पर धंधा चलाने वाला केवल एक ही जाति का होता हैऔर वह धंधा चलाने में पूरी जोर शोर लगा देता है जिसके पीछे आम जनता सहित अन्य जाति लाखों करोड़ों लोग भी पीछे लग जाते हैं जिसके कारण देश के लिए समस्या बनकर खड़ी हो जाती है। वैसी ही समस्या हमारे छत्तीसगढ़ के साथ हुआ है मध्य प्रदेश के साथ हुआ है इसको आप लोगों को समझना होगा किसी की दावा को ना विश्वास करते हुए अपने आप में विश्वास कीजिए और अपने आप के विकास के लिए रास्ता चुनिए वही बेहतर होगा क्योंकि धर्म जाति द्वेष भावना से वोट मांगने वाले वह लोग हैं ।
जिनको आप अच्छे समझते हैं लेकिन अच्छे नहीं वह कच्चे रास्ता है यदि आपको डामरीकृत रास्ता अच्छे विकास की चाहिए तो भड़काने वाले से नहीं बल्कि द्वेष भावना के साथ खिलवाड़ करने वाले को जवाब देना होगा तब जाकर विकास हो सकती है यहां खेल तमाशा दिखाने वाला अनेक मदारी बैठे हैं जिन मदारी खेल दिखा करके अपनी रोटी सेंख सकता है इस तरह भारत की राजनीति में भी रोटी सेकने ही जैसा हो गया है इस बात को भली भांति आप सभी को समझना होगा तब जाकर देश गांव परिवार समाज धर्म मजहब की इलाज हो सकती है अन्यथा इसी बीमारी के चक्कर में लोग मरते ही रहेंगे अब मारने की परंपरा उनकी है अब मारे जा रहे हैं और मरती जा रहे हैं जिसे आप सभी लोगों को समझना होगा तब जाकर के भारत की इतिहास में परिवर्तन आ सकता है और भारत की विकास भी हो सकता है लिखने को तो बहुत सारा लिख सकता हूं लेकिन लिखने वाले पर भी तलवारे लटकी हुई है जी तलवार के डर से लोग अपने कलम को नहीं चला पा रहे हैं लेकिन निर्भय निडर होकर के इतना लिखा हूं जिसमें आप सभी को समझना होगा और देश के विकास में सहभागिता बनी होगी क्योंकि देश के साथ खिलवाड़ हो रहा है ना देश में कानून है ना देश में आजादी है बल्कि ज्यादावादी व पूंजीवादी की बोल वाला है यह पूंजी भी आपकी है मतदाता की ही पूंजीवाद हो गए जिनको वह इकट्ठा करके आपको नाच नचवाने के लिए षयंत्रकारी लोग राजनीतिक में हिस्सा ले चुके हैं जिसके कारण एक मत के दाता भी नशा कि मांतदाता बन चुका है जिसको साड़ी कंबल शराब पिला करके वोट मांगा जा रहा है यहां खरीदने की धंधा चल रही है मतदान के लिए कानून अंधा बैठा है दावे के साथ कह सकता हूं यदि इस तरह पर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी तो इस देश की विकास होने से देश को प्रगति पर रोकने के लिए केवल पूंजीवाद ही जिम्मेदारी है उसे जिम्मेदारी के मालिकाना हक लेने के लिए कौन सी राजनीति पार्टी पूंजीवाद के समर्थन में आता है जिसे आप लोग भली-भांति समझ सकते हैं। ऐसा ही संपूर्ण देश में बोल बाला चल रहा है जिसके इशारे में कानून और राजनीतिक पार्टी दलाली करने के लिए बैठे हुए हैं आज राजनीतिक दल अपनी मुद्दा एवं जनता के हित के लिए कार्य करने के लिए नहीं है बल्कि दलाली करने के लिए जी हुजूरी करने में लगे हुए हैं आज कौन सी कंपनी है जो देश को गुलाम बना करके रखा हुआ है लोग कहते हैं किसी कंपनी और इशारे के साथ में नहीं रहते हैं ऐसा दावा राजनीतिक पार्टियों के द्वारा की जाती है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है लोगों के साथ आम जनता मतदाता के साथ घोर खेला किया जा रहा है इस खेल में कप्तान है तो केवल पूंजीवाद ही है इतने लिखने तक मेरी भी हत्या कर सकते हैं जिसकी जिम्मेदारी पूंजीवाद की समर्थन करने वाले राजनीतिक पार्टी ही होगी।