संविधान दिवस के दिन देश के नागरिको को मूल्यों से अवगत कराया जाता है –नीलकंठ।

छुरा (गंगा प्रकाश)। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय प्रांगण में संविधान दिवस को कानून दिवस के रुप में भी मनाया जाता है। भारतीय संविधान को बनाने 2वर्ष 11माह 18दिन लगा था संविधान सभा कमेटी के द्वारा 26नवम्बर 1949 को अंगीकार कर अपनाया गया। जिसके कारण आज 26वम्बर को संविधान दिवस के रुप में मनाया जाता है।इसके माध्यम से भारत के नागरिको को उनके मूल्यों से अवगत कराया जाता है।उक्त बातें छ ग सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष व जनपद सदस्य नीलकंठ सिंह ठाकुर ने की रत्न व संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ मनाया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष व जनपद सदस्य नीलकंठ सिंह ठाकुर,विशिष्ट अतिथि सर्व आदिवासी समाज के तहसील अध्यक्ष व सरपंच कौशल सिंह ठाकुर,अध्यक्षता गिरधारी कुभ्कार,विशेष अतिथि समाजसेवी रोशन देवांगन,समाज सेवी मनोज पटेल,पुनितराम ठाकुर सामाजिक कार्यकर्ता,रेखराम ध्रुव सामाजिक कार्यकर्ता मंचीसन थे।सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी व डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के छायाचित्र पर पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। छात्र-छात्राओं के द्वारा सभी अतिथि जनों का गुलाल लगाकर स्वागत सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए। मुख्य अतिथि नीलकंठ ठाकुर ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने सभी जाति धर्म और संम्प्रदाय के लोगों को सम्मान अधिकार और न्याय दिलाया उनके द्वारा लिखित संविधान भारत की आत्मा है।पुनितराम ठाकुर ने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर अंबेडकर की जीवन पर प्रकाश डाला। हॉस्टल अधीक्षक गिरधारी कुंम्भकार द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठन किया गया।जिसमें छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन पुनितराम ठाकुर ने किया।

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