22 जनवरी 2024 को हिंदू स्वाभिमान दिवस घोषित होना चाहिए – स्वामी चक्रपाणि महाराज

डा. बी.के.मल्लिक की कलम
नई दिल्ली(गंगा प्रकाश)।
अखिल भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि 22 जनवरी 2024 संपूर्ण भारत में हिंदू स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि अखिल भारत महासभा ने राम मंदिर की लड़ाई 1949 से लड़ा और कुछ लोगो हमें इसका श्रेय नहीं दिया और लेकिन मैं इसका श्रेय लेना भी नहीं चाहता हूं। क्योंकि धर्मगुरु होने के नाते मुझे इस बात से खुशी है कि दशकों से राम मंदिर के लिए सभी हिंदू श्रद्धालु इंतजार कर रहे थे वो सपना पूरा हुआ। जिस देश में हिंदू बहुसंख्यक रहते हुए भी अपने भगवान राम के मंदिर के लिए दशकों तक न्यायालय के आदेश का इंतजार कर रहा था वह सपना पूरा हुआ।

स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि जिस दिन 2 नवंबर 1989 को राम मंदिर का शिलान्यास किया गया उस दिन दिवोत्थान एकादशी थी। 30 नवंबर 1990 को जब पहली कार सेवा चला और हिंदू कार सेवकों पर गोली चलाया गया वह दिन भी देवोत्थान एकादशी थी। जिस दिन 9 नवंबर 2019 न्यायालय का आदेश आया उस दिन भी 8 और 9 नवंबर को देवोत्थान एकादशी थी। यह हिंदू धर्म का संयोग नहीं था बल्कि देव योग था। भगवान राम का मंदिर कोई इमारत नहीं बल्कि यह संपूर्ण विश्व का प्रेरणा का स्रोत है कि जिस प्रकार हिंदू बहुल देश में राम मंदिर के लिए दशकों का इंतजार किया गया वह हम सब हिंदुओं की एक परीक्षा की घड़ी थी।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि भगवान राम के राज्याभिषेक से पहले शबरी माता को सम्मान दिया गया। निषाद राज और सुग्रीव को राजा बनाया गया। उसके बाद ही भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ। आज भी सनातन धर्म की वह शक्ति देखिए जब न्यायालय का आदेश आया उस समय में हमारे राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी थे और जब मंदिर में भगवान का प्राण प्रतिष्ठा होगा उस समय में हमारे राष्ट्रपति आदरणीया द्रौपदी मुर्मू जी हैं। जिस प्रकार बाल्मीकि रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि थे। उसी प्रकार राम मंदिर का शिलान्यास में पहले ईट बिहार के कामेश्वर चौपाल द्वारा लगाया गया। सनातन धर्म में हमेशा से सभी जाति को कर्म के आधार पर बांटा गया। लोग राजनीति के फायदा के लिए इसे अलग-अलग जातियों में बांटने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत पहले भी विश्व गुरु था और आज भी विश्व गुरु की ओर अग्रसर है। जिस ब्रिटेन देश के लोगों ने हमारे भारतवर्ष पर सैकड़ो साल तक राज किया। सनातन धर्म की शक्ति देखिए कि उस ब्रिटेन पर राज करने वाला एक सनातनी भारतीय है वह उन्हें सीखा रहा है कि राज किस प्रकार चलाया जाता है। आज भारत विश्व की अर्थव्यवस्था में ब्रिटेन को पीछे कर पांचवें नंबर पर आ गया है और आने वाले समय में वह विश्व का नंबर एक अर्थव्यवस्था बनेगा। यह सनातन धर्म की शक्ति है जो पूरे विश्व को आइना दिखा रहा है। जहां आज अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है वही अबू धाबी में भी हिंदू मंदिर बन रहा है यह गर्व की बात है की सनातन धर्म पूरे विश्व में फैल रहा है।

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