
राजा पड़ाव क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में ना तो पानी है ना बिजली न सड़क, ग्रामीण कर रहे हैं पुल बनाने की मांग
बारहमासी नदी में पुल नहीं होने से बारिश के दिनों में ज्यादा होती है परेशानी

मैनपुर (गंगा प्रकाश)। सरकार की तमाम योजनाओं के बाद आज भी मैनपुर ब्लॉक के कई गांवों और मजरे ऐसे हैं जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। मैनपुर ब्लॉक के राजा पड़ाव क्षेत्र के निवासियों को सड़क पानी शिक्षा जैसे सुविधाओं का इंतजार करना पड़ रहा है। राजा पड़ाव क्षेत्र की पंचायत में ऐसे भी गांव हैं जहां पर सड़क तक नहीं और बिजली पानी तो आजादी के बाद भी समस्या जस के तस बनी हुई है। अब विधानसभा चुनाव पूरे हो चुके हैं और नई सरकार बन गई है ऐसे में लोगों की उम्मीदें बढ़ गई है।
इन गांव में सुविधाओं का है अभाव मैनपुर जनपद पंचायत अंतर्गत बिहार पहाड़ी एवं वनांचल ग्राम पंचायत पहाड़ गांव के ग्राम चिपरी, खरता, महुआ नाला, नकबेल छिंदभरी और गोटियाभरी जहां के निवासी बिजली पानी सड़क सहित शिक्षा जैसे मूलभूत सुविधाओं को लेकर तरस रहे हैं यहां पीने के लिए पानी की दिक्कत है।
केवल 2 घंटे ही काम आता है सोलर पैनल
यहां सौर ऊर्जा सिस्टम व्यवस्था से रात में केवल चार से पांच घंटे ही उजाले की व्यवस्था हो पाती है। जबकि बदली या बारिश के दिनों में महज एक से 2 घंटे की लाइट मिल पाती है इस ग्राम में संचालित प्राथमिक शाला शिक्षक के अभाव है।
तबीयत खराब होने पर अस्पताल जाने में दिक्कत
सबसे विकराल समस्या यहां पहुंच मार्ग की है क्योंकि गड्ढे भरे कच्ची पगडंडी वाले रास्ते के बीच में बारहमासी बहता हुआ नदी इस ग्राम के विकास को बाधित करता है जो बरसाती के दिनों में तूफान पर रहता है और गांव टापू बन जाता है। ऐसे में आलम यह होता है कि यदि कोई बीमार पड़ जाए या किसी गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुआ तो उसेके परिवार पर शामत आ जाता है। व उनके लिए अस्पताल तक पहुंचना असंभव हो जाता है। बारिश के दिनों में सर्पदंश से पीड़ितों को उपचार न मिलने पर उनकी जान भी चली जाती है। नदी का जल स्तर बढ़ने से बच्चों की पढ़ाई भी काफी प्रभावित होती है। परिवारों में सरकारी राशन भी उपलब्ध नहीं हो पता है। और यहां के लोग गांव से बाहर निकल नहीं पाते हैं यहां के निवासियों का कहना है कि अब शासन प्रशासन के लोगों को उन पर ध्यान देना चाहिए।