विकसित भारत का संकल्प सबका विकल्प – चंद्रशेखर साहू

रायपुर (गंगा प्रकाश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी अपने संबोधनों में बार-बार विकसित भारत को निर्मित करने के लिए ठोस कार्ययोजना की बात करते हैं।
भारतीय जनो की श्रम शक्ति और देश भक्ति को विकास की शक्ति में रूपांतरित करने के लिए विकसित भारत की परियोजना पर काम कर रहे हैं। इस विकसित भारत संकल्प यात्रा को प्रधानमंत्री मोदी के ‘आह्वान’ को साकार रूप देने की कोशिश के रूप में भी देखा जा सकता है।

विकसित भारत संकल्प यात्रा देश भर में निकाली जा रही है जिसका उद्देश्‍य सरकार की प्रमुख योजनाओं में परिपूर्णता हासिल करना है और इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इन योजनाओं का लाभ सभी लक्षित लाभार्थियों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचे।

इस यात्रा का उद्देश्य विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा करना और योजनाओं के शत प्रतिशत संतृप्ति के लिए “जनभागीदारी” की भावना में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करना है। यह भारत सरकार की अब तक की सबसे बड़ी आउटरीच पहल है। यह पहल 25 जनवरी, 2024 तक देश भर में 2.60 लाख ग्राम पंचायतों और 4000 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों को कवर करेगी।

केवल एक महीने की छोटी सी अवधि में, यह यात्रा देश की 68,000 ग्राम पंचायतों (जीपी) में 2.50 करोड़ से अधिक नागरिकों तक पहुंच गई है। इसके अलावा, लगभग 2 करोड़ व्यक्तियों ने विकसित भारत संकल्प भी लिया है और केंद्र सरकार की योजनाओं के 2 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने ‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ पहल के तहत अपने अनुभव साझा किए हैं।

विकसित भारत संकल्प यात्रा न केवल एक भरोसा है, बल्कि वास्तविक सुधारों से भरी एक यात्रा है। यहां कुछ उपलब्धियों को दर्शाया गया है जो प्रगति की अहम तस्वीर प्रस्तुत करती हैं।
पीएम मोदी के नेतृत्व में, लोगों के लिए गैस सिलेंडर, आधार अपडेट, ऋण और बैंक खाते जैसी आवश्यक चीजों तक पहुंच अधिक सुलभ हो गई है।’ विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से सामुदायिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करते हुए जोर दिया गया है , ‘मोदी की गारंटी के तहत, हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी वंचित न रहे।’

बीमा योजना और पेंशन योजना जैसी महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं को शामिल करने के लिए चर्चा को आगे बढ़ाया गया , जिसमें व्यक्तियों से 60 वर्ष की आयु तक पहुंचने पर अपना भविष्य सुरक्षित करने का आग्रह किया गया। विकसित भारत संकल्प यात्रा के व्यापक मिशन के साथ इन पहलों को जोड़ते हुए, उन्होंने सामुदायिक कल्याण और सक्रिय भागीदारी की सामूहिक भावना के साथ प्रत्येक व्यक्ति को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा।

सरकार ने जनता को तपेदिक (टीबी) और रोगी देखभाल के लिए आवश्यक उपायों के बारे में शिक्षित करने में भी काम किया।
उपचार के लिए पोषण संबंधी सहायता और आवश्यक दवा के प्रावधान शामिल हैं। स्वास्थ्य शिविरों में भाग लेने और स्वास्थ्य जांच और जागरूकता के लिए सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) वैन के किए जाए । यह रणनीति “व्यक्तियों को उनकी भलाई के लिए आवश्यक स्वास्थ्य ज्ञान और संसाधनों के साथ सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।”

जैसा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा ने अपनी व्यापक पहुंच जारी रखी है, इस तरह की जमीनी स्तर की पहल के परिवर्तनकारी प्रभाव को दूरगामी है। प्रधानमंत्री का का दृढ़ विश्वास एक सूचित और समावेशी समाज को आकार देने के लिए आवश्यक निरंतर प्रतिबद्धता पर जोर देता है। यह सामूहिक प्रयास एक अधिक समृद्ध और न्यायसंगत भारत की दिशा में एक मार्ग प्रशस्त करता है, जो सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य की सामूहिक आकांक्षा के साथ प्रतिध्वनित होता है।

विकसित भारत संकल्प यात्रा देश को नए पायदान पर खड़ा करने की एक सशक्त और महत्वाकांक्षी पहल है, हमें इस यज्ञ में भारतीय नागरिक के रूप में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ज़ी का विजन है की आगामी दशकों में युवा, वृद्ध, महिला, किसान, श्रमिक, उद्यमी सभी को साथ लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सपनो का साकार करते हुए एशिया और विश्व पटल पर भारत एक महाशक्ति के रूप में उभरने वाला है । यह सदी चुनौती के साथ साथ संभावनाओ से भरी हुई है, इस दृष्टी से विकसित भारत का संकल्प वैश्विक समस्या का भी समाधान करक पहल सिद्ध हो सकता है एवं ‘श्रेष्ठ भारत – एक भारत – नया भारत’ की अवधारणा विकसित भारत संकल्प यात्रा से सार्थक होगी।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *