
कार्रवाई को लेकर युवकों ने किया था नग्न प्रदर्शन

प्रकाश कुमार यादव
रायपुर (गंगा प्रकाश ) बहुत बार बहुतेरे नेताओं ने वादे किए जो पूरे नहीं कर पाए,मोदी जी ने जो भी वादे किए, वह पूरे किए है ऐसा देश की लगभग 80 प्रतिशत जनता का मानना है यह उन्होंने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए भी किया हैं आपको एक वाकया याद दिला दूं, जब कांग्रेस ने वहां लोगों को लुभाने के लिए मकान के वायदे किए और रजिस्ट्रेशन भी करवाने लगे कि वे जैसे ही सत्ता में आएंगे, मकान देंगे,लोगों ने फिर भी कांग्रेस को वोट नहीं दिया उनकी विश्वसनीयता नहीं है। मोदीजी जो बोलते हैं, वो करते हैं।अगर वह बोलते हैं कि इकोनॉमी 5 ट्रिलियन की होगी, समृद्धि होगी तो वैसा होता है।वो बोलते है की भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही होगी तो होती है यह पूरी दुनिया देख रही है। अगर वह शांति की, विकास की बातें करते हैं, आतंकवाद के खिलाफ बोलते हैं, तो बिल्कुल वैसा ही होता है।पहले से ही जो वह विकास का मॉडल बनाते हैं, वह पूरा संदर्भ देखते हुए उसका पायलट प्रोजेक्ट बनाते हैं।जो चीज झारखंड के लिए सही, जरूरी नहीं कि राजस्थान या किसी और राज्य के लिए भी ठीक हो।इसीलिए, मोदी की गारंटी का मतलब है कि उन्होंने जो वादा किया, पूरा किया। विकास होगा ही बता दे की छत्तीसगढ़ में कथित रूप से फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नग्न प्रदर्शन कर रहे 29 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नग्न प्रदर्शनकारियों को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे राज्य विधानसभा की ओर जा रहे थे। विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र शुरू हुआ था।
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवक ने नग्न होकर विधानसभा की ओर रवाना हुए थे। उनके हाथों में तख्तियां थी और वह उन सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे जिन्होंने नौकरी पाने के लिए कथित फर्जी जाति प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया था।उन्हें ऐसा इस लिए करना पड़ा था छत्तीसगढ़ के भ्रष्ट नेता और भ्रष्ट नौकरशाह उनकी मांग को अनदेखा कर रहें थे रायपुर शहर के पंडरी थाना क्षेत्र के आमा सिवनी मोड़ के करीब अश्लील तरीके से विरोध करने पर 29 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया था।
बाद में युवकों को भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था।इससे पहले प्रदर्शन कर रहे युवकों ने मीडिया को बताया था कि छत्तीसगढ़ में 267 लोग अनुसूचित जाति और जनजाति का प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।युवकों ने कहा था उनकी गिरफ्तारी और उन पर कार्रवाई के लिए हम लोगों ने आमरण अनशन किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर हम अब नग्न प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी मांग है कि फर्जी जाति प्रमाणपत्र धारकों की गिरफ्तारी हो और उनकी अर्जित संपत्ति उनसे ले ली जाए।उन्होंने कहा था कि‘यदि मांगे नहीं मानी गई तो और अधिक उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।विधानसभा जाने वाली सड़क पर अचानक बड़ी संख्या में नग्न युवकों को हाथ में तख्ती लेकर नारे लगाते हुए देखकर कई लोगों ने उनका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था।तब राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने युवकों के नग्न प्रदर्शन को लेकर सरकार की आलोचना की थी और कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को एक ज्ञापन सौंपा था विधानसभा में विपक्ष के तत्कालिन नेता नारायण चंदेल के नेतृत्व में भाजपा विधायक आज राजभवन पहुंचे थे और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था ज्ञापन में कहा गया था कि राज्य के इतिहास में पहली बार इस तरह का पूर्ण नग्न प्रदर्शन किया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। यह छत्तीसगढ़ को शर्मसार करने वाली घटना है।ज्ञापन में आगे कहा गया था कि कांग्रेस सरकार की अकर्मण्यता और विभाजनकारी स्वार्थी राजनीति के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई है।
भाजपा ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने पहले ही प्रशासन को अपने आंदोलन के बारे में सूचित कर दिया था लेकिन इसके बावजूद शासन ने जरा भी संवेदना दिखाने की जरूरत नहीं समझी। यह युवक फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे अधिकार छीने जाने का विरोध कर रहे थे। लेकिन इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया।
मुख्य विपक्षी दल के रूप में भाजपा ने राज्यपाल से राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने और फर्जी जाति प्रमाण पत्र रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।भाजपा ने प्रदर्शनकारियों की रिहाई की भी मांग भी की थी।लेकिन आज भाजपा खुद सता पर काबिज हैं और विधान सभा चुनाव 2023 के दौरान प्रधान मंत्री मोदी जी और अमित शाह जी चुनावी भाषण में कई बार इस घटना का जिक्र किया था अब सत्ता में भाजपा है और मोदी गारंटी है अब देखना होगा की क्या इन फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारियों पर कार्यवाही होगी या नहीं?

फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे छत्तीसगढ़ के 267 अधिकारी और कर्मचारी, कब होगी कार्रवाई?
बताते चले कि छत्तीसगढ़ में 267 अधिकारी-कर्मचारी गलत जाति प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। इसका खुलासा सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी लिस्ट में हुआ है। सामान्य प्रशासन सचिव ने विभागों को इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर जल्द कार्रवाई कर जानकारी देने की बात कही जा रही थी,इधर लिस्ट जारी होने के बाद बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आई थी, सामान्य प्रशासन द्वारा जारी इस सूची ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में नई गर्मी ला दी थी को अब फिर से ठंडे बस्ते पर डाल दी गई हैं।
दरअसल जारी इस सूची में नामों के अलावा यह भी कहा गया था कि साल 2000 से 2020 तक 758 लोगों के खिलाफ शिकायत मिली थी, जिसमें से 659 मामलों की जांच हुई थी और 267 मामलों में गड़बड़ी पाई गई है। इसमें से बीते दो सालों में यानि कांग्रेस शासन में महज 75 मामले ही फर्जी पाए गए थे, जिसके बाद से दोनों दल सामने आ गए थे।
विपक्ष की भाजपा का कहना था कि सरकार केवल जांच वाली सरकार है, विकास और वादे नहीं पूरी कर पाती तो जांच करवाकर ध्यान बंटाने की कोशिश करती है। लेकिन अब छत्तीसगढ़ की जनता ने भाजपा को सत्ता सौंप दी है और मोदी और मोदी गेरंटी पर भरोसा जताया है।
इधर कर्मचारी नेताओं का कहना है कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर नौकरी अधिकारियों के संरक्षण का नतीजा है। इसलिए अधिकारी इन लोगों पर कार्रवाई नहीं करते। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारी नाम न छापने की शर्त पर कह रहे हैं कि ऐेसे अधिकारियें को नौकरी से बाहर करने के साथ 420 का भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए, जिससे किसी अदिवासी, अनुसूचित जाति के लोगों का हक ना मारा जाए।फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने वालों में सबसे लंबी फेहरिस्त स्कूल शिक्षा विभाग की है। यहां विभाग ने ऐसे 42 लोगों की पहचान की है। सामान्य प्रशासन विभाग सचिव ने मीडिया को बताया कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वाले अधिकारी कर्मचारियों की सूची पहले भी जारी होती रही है। इस बार कार्रवाई करने के लिए जानकारी मांगी है, इधर सरकार को इस बात की भी जांच करवानी चाहिए कि आखिर कैसे लोग फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पा रहे हैं। कहीं इसमें अधिकारियें की मिली भगत से सारा खेल तो नहीं चल रहा?
राज्य में 20 वर्ष में 758 शिकातयें
उच्च स्तरीय छानबीन समिति को 2000 से 2020 के बीच फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी करने की कुल 758 शिकायतें मिली थीं। जांच में 267 मामलों में शिकायत सही पाई गई। यानी 267 लोगों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।
राज्य में सबसे ज्यादा स्कूल शिक्षा में फर्जी प्रमाण पत्रधारी
राज्य में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वालों की सबसे ज्यादा संख्या स्कूल शिक्षा विभाग में है। छानबीन समिति ने स्कूल शिक्षा विभाग में सेवारत 44 लोगों के जाति प्रमाण पत्र को गलत पाया था। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में 15, जीएडी, कृषि और जल संसाधन विभाग में 14-14, ग्रामोद्योग विभाग में 12, स्वास्थ्य विभाग में 9, आदिमजाति कल्याण विभाग व पीएचई में 8-8, गृह व राजस्व विभाग में 7-7 और मछली पालन में 6, वाणिज्य एवं उद्योग में 4 सहित अन्य विभागों में भी फर्जी प्रमाण पत्रधारी मिले थे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बोले 40 हो गए हैं बर्खास्त
नग्न प्रदर्शन को लेकर गरमाई राजनीति के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने एक बयान जारी करते हुए बताया था कि फर्जी प्रमाण पत्र वाले 40 कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि कुल 269 प्रकरणों पर कार्यवाही कि गई है इसमें 40 लोगों को बर्खास्त किया गया। 16 लोग मृत और रिटायर हो चुके थे। 90 लोगों ने कोर्ट से स्टे ले रखा है। 17 लोग के पक्ष मे अदालत का फैसला आया। चार लोगो की फिर से छानबीन की जा रही है। वहीं, 102 लोगों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही प्रकियाधीन है।
अधिकारी-कर्मचारियों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र से हासिल की नौकरी, सूची में BSP कर्मचारी, डिप्टी कलेक्टर और DSP रैंक के अधिकारी भी शामिल
बताते चले कि छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति प्रमाण से नौकरी पाने वाले 267 लोगों की सूची जारी की गई है। छानबीन समिति ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र प्रकरणों की जांच की है और करीब साढ़े 7 सौ प्रकरणों में 267 सरकारी अफसर-कर्मियों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। फर्जी जाति प्रमाण पत्र से नौकरी पाने वालों में भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मी भी शामिल है। छानबीन के बाद जारी सूची में 18 अधिकारी कर्मचारी भिलाई इस्पात संयंत्र के मिले हैं। वहीं भूतपूर्व मुख्यमंत्री स्व अजीत जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी समेत 18 जनप्रतिनिधियों के प्रमाण पत्र भी फर्जी पाए गए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डीडी सिंह ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र वालों की सूची सभी संबंधित विभागों को भेजी है और कार्रवाई की अनुशंसा की है। उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति रायपुर को 2000 से लेकर 2020 तक 758 प्रकरण मिले हैं। जिसमें से 659 प्रकरणों की जांच के बाद उसका निराकरण किया गया। 267 प्रकरणों में जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए है, जिसे संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए भेजा गया है। इसमें अधिकांश प्रकरण उच्च न्यायालय में विचाराधीन है
छत्तीसगढ़ में 267 अधिकारी-कर्मचारियों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र से हासिल की नौकरी, सूची में BSP कर्मचारी, डिप्टी कलेक्टर और DSP रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं।
अधिकारी-कर्मचारियों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र से हासिल की नौकरी, सूची में BSP कर्मचारी, डिप्टी कलेक्टर और DSP रैंक के अधिकारी भी शामिल
जिन अफसर-कर्मियों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं, उसकी सूची निम्नानुसार है-
भिलाई इस्पात संयंत्र
प्रबंधक रमेशचंद्र डेकाटे, वरिष्ठ प्रबंधक दीपक खापेकर, ऑपरेटर गणपति, हॉस्पिटल अटेन्डेन्ट दुर्योधन, तकनीशियन पी.इलाराज, अटेन्डेन्ट जी गिरीश, जी राजेश, संतोष भास्कर, भू.पू.सीनियर टी.ओ.टी जी संतोष, प्लांट अन्टेंडेंट महेन्द्र कुमार डेकाटे, सीनियर मैनेजर महेश कुमार गोन्नाडे, वरिष्ठ प्रबंधक राजेन्द्र कु. डेकाटे, क्रेन ऑपरेटर अनिल कुमार पराते, सीनियर ऑपरेटिव दीपक कुमार लोधी, तकनीशियन चन्द्रकुमार बारापात्रे, विद्युत कुमार दास, महेश सहारे, प्लांट अटेंडेंट नारदराम पारकर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
कार्यालय-सहायक ग्रेड-2 विनोद कुमार सोनकेशरिया,
जनसंपर्क विभाग- सहायक संचालक अटल बिहारी काशी,
आवास एवं पर्यावरण विभाग-सहायक ग्रेड-3 पुनित कुमार कश्यप,
महाधिवक्ता कार्यालय
बिलासपुर-भृत्य हरिहर प्रसाद पराते, गीता मेश्राम।
सामान्य प्रशासन विभाग
स्टेनोटायपिस्ट पुरूषोत्तम पतवार, भुवन डेकाटे, सहायक ग्रेड-2 प्रवीण कुमार निमजे, डिप्टी कलेक्ट आनंद मसीह, सहायक ग्रेड-1 राजेंद्र कुमार सोनकुसले, राजेश लिव्हिंगस्टन, हेमलता एक्का, डिप्टी कलेक्टर अनुराग लाल, संयुक्त कलेक्टर/पेट्रोल पंप डीलर शंकर डगला एवं पुत्र सुरेश कुमार डगला, शीघ्रलेखक डीडी बुरडे, निज सचिव जगदीश नारायण कोष्टा, भुवाल सिंह संयुक्त आयुक्त, अनुविभाग अधिकारी सुनील मैत्री।
आदिम जाति-अनुसूचित जाति विकास विभाग
उपायुक्त सीएस कोट्रीवार, शिक्षिका गंगा गोयल, सहायक ग्रेड-3 अनीमा विश्वास, सहायक ग्रेड-2 संतोष कुमार चौरसिया, संध्या कोट्रीवार, अधीक्षक एसएन राम, अनुभाग अधिकारी देवकीनंद रायकवार, सेल्सगर्ल रंजीता सिंह।
राजस्व विभाग
सहायक ग्रेड-2 जीवन लिव्हिंगस्टन, देवेंद्र कुमार कोल्हे, पटवारी मनीराम बैगा, किशोर कुमार निनावे, प्रवीण कुमार प्रधान, अधीक्षक रामाशीष सिंह, ऑडिटर रामाश्रय सिंह।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग
डॉक्टर कृष्ण कुमार हर्जपाल, असिस्टेंट सर्जन आर के सिंह, नर्स गीता राय, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता भुलेश्वरी मंडावी, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी बहादुर सिंह मार्को, सहायक शल्य चिकित्सक अमृत लाल रोहलेडर, सहायक प्राध्यापक उल्हास गोन्नाडे, औषधि संयोजक काशीराम, मथुरा प्रसाद बैगा।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग
सहायक यंत्री वीरबहादुर सिंह, सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता राम प्रसाद बांगरे, सहायक मानचित्रकार (सेवानिवृत्त) नंदलाल साव, उप अभियंता बलराज दरवाड़े, निज सहायक विजय कुमार पराते, मैकेनिक अरविंद विलियम, श्यामराव सोनकुसरे सहायक अभियंता, अनिल बच्चन।
स्कूल शिक्षा विभाग
व्याख्याता महिपाल प्रसाद, होशराम पटेल, शंभूप्रसाद निषाद, सेवाराम धनकर, हर्षित दास, कृष्ण कुमार कोटेन्द्र, सुरेन्द्र कुमार कोटेन्द्र, सहा.शिक्षिका प्रभारानी नायडू, सहा.शिक्षक जनकराम, गसतराम, हीरालाल कश्यप, टेकराम, अतुल अनुराग अर्थर, सुरेश कुमार कोष्टि, तुलसीराम धनकर, सहायक शिक्षिका उर्मिला, मंजू टूडू, जैसलीना मसीह, विमला बाई धनकर, सलीना लिव्हिंगस्टन, उ.श्रे.शि.नारायण प्रसाद साहू, प्राचार्य मदनावती सोनवानी, प्रधान अध्यापक मिठाई लाल धु्रव, प्राचार्य भरत नाग, कमला नाग, रोहित कुमार पाटकर, शत्रुघन लाल पटेल, आशा नायडू, सहायक शिक्षक-कन्हैया लाल बरेठ, घनश्याम नगारची, ज्योत्सना गोखे, महेश राम बघेल, सहायक ग्रेड-2-बृजेश कुमार गोन्नाडे, ट्रेजामेरी अन्थोनी, चन्द्रकला डेकाटे, प्रधानाध्यापक शिवानंद प्रसाद कश्यप, उ.व.शिक्षिका सुनिता लाल, भृत्य कस्तुर राम रावटे, वरिष्ठ अंकेक्षक विजय प्रकाश मेश्राम, लेखापाल (संविदा बर्खास्त) सुनीता मण्डावी। लेखापाल कमलेश कुमार हेड़ाऊ, उच्च श्रेणी शिक्षिका पुष्पा कुम्भारे, सुकदेव प्रसाद, प्रधान अध्यापिका शांति प्रधान, सहायक शिक्षक पंचायत घनश्याम नगारची।
महिला बाल विकास विभाग
पर्यवेक्षक रीता सिंह, रेखा खाण्डे, पर्यवेक्षिका लक्ष्मी ठाकुर, संयुक्त संचालक क्रिस्टीना सीएस लाल।
जल संसाधन विभाग
निम्न श्रेणी लिपिक संध्यारानी सिंह, उपयंत्री रूपराम, अनुविभागीय अधिकारी दिनेश कुमार भगोरिया, अनुसंधान सहायक कैलाश धकाते, उपयंत्री टीकम साय, सहायक ग्रेड-3 सुनीता लिमजे, बाल मुकुन्द नामदेव, उप अभियंता जीपी कोष्टी, स्टेनोटायपिस्ट सुनील कुमार नायडु, सहायक अभियंता भगवती प्रसाद वर्मा, सहायक ग्रेड-2 जितेंद्र प्रसाद, कार्यपालन अभियंता मधुकर कुम्भारे, महेश हेड़ाऊ, लाल बहादुर शाह।
समाज कल्याण विभाग
सेवानिवृत्त प्रस्तुतीकरण सहाकय केडी कुलदीप
पंचायत विभाग
शिक्षाकर्मी वर्ग-1 अनिता सोम, शिक्षाकर्मी वर्ग-3 अनीता राय, आभा गंधर्व, सुचिता सिंह, इन्द्रपाल भास्कर शिल्की नंद, शिक्षाकर्मी वर्ग-2 सुनीता रेनाल्ड, अलका रंगा, सहायक ग्रेड-3 शेखर डेकाटे, शिक्षाकर्मी संगीता पासवान, सहायक शिक्षिका सविता भास्कर, सहायक शिक्षक अघनू राम कोटेन्द्र, सहायक ग्रेड-1 राजेश पातरे, पंचायत सचिव ध्रुव कुमार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी राधेश्याम मेहरा।
कृषि विभाग
सहायक मत्स्य अधिकारी पुष्पलता डेकाटे, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी प्रमिला वस्त्रकार, उपसंचालक (कृषि) राजकुमार गोनेकर, सहायक ग्रेड-3 (सेवानिवृत्त) गणपति कुम्भारे, वरिष्ठ कृषि विकास बलराम प्रसाद, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी रामदीन चंद्रा, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पुष्कर लाल चन्द्रा, ललिता वर्मा, नमिता दास, कुन्ती देवी बैगा, सहायक ग्रेड-3 स्व. सुरेश कुमार नंदनवार, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अजय कुमार गोखले, विषय वस्तु विशेषज्ञ राजकुमार गड़पायले, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अनिल कुमार पराते
वाणित्यिक कर विभाग
जे के गायकवाड़ वाणिज्यिक कर अधिकारी
गृह विभाग
महिला आरक्षक स्नेहलता भगत, उप पुलिस अधीक्षक दशरथ डेकाटे, आरक्षक राजनारायण धकेता, सहा.जिला लोक अभि.अधिकारी नरेश कुमार ध्रुवंशी, अतिरिकत संचालक जेपी पड़वार, सहायक अभियंता डीएन धकाते, प्लाटून कमाण्डर जितेंद्र कुमार सोनकेसरी।
ग्रामोद्योग विभाग
सुपरवाईजर उमेश रायकवार, उप संचालक (रेशम) गोविंद नारायण अण्डेवार, उपसंचालक प्रेमलदास बघेल, सहा.संचालक डीएस धकाते, सहायक निरीक्षक गजांनद गोखे, सहायक निरीक्षक तकनीकी रोहित पातरे, कनिष्ठ रेशम निरीक्षक श्रवण कुमार नंदनवार, प्रबंधक दिलीप हेड़ाऊ, सहायक ग्रेड-2 सुनील कुमार, सहायक निरीक्षक तकनीकी नरेश कुम्भारे, निरीक्षक रामेश्वर बोकड़े।
ऊर्जा विभाग
सहायक श्रेणी-2 निशिबाला मसीह, कनिष्ठ अभियंता गीतांजली मानेकर, कार्यालय अधीक्षक डीएस कोल्हटकर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता एन डब्ल्यू हेनरी, सहा. अभियंता, मदन मोहन खरवार, प्रशासनिक अधिकारी प्रकाश तललवार, सहायक अभियंता तृप्ती नागवंशी।
वाणिज्य-उद्योग विभाग
महाप्रबंधक राजेन्द्र कुमार जपथापी, उप संचालक हीरामन निमजे, भृत्य संतज्ञानी।
तकनीकी शिक्षा विभाग
विनय प्रकाश एक्का ग्रंथालय सहायक, प्रयोगशाला तकनीशियन ज्योति मेश्राम, सहायक ग्रेड-3 दामोदर सहारे, व्याख्याता संजय डेकाटे।
उच्च शिक्षा विभाग
व्याख्याता अरविंद वर्मा, प्राचार्य डॉ. मधुलिका लाल, शिखा शर्मा
नगरीय प्रशासन विभाग
संयुक्त संचालक पद्मभूषण काशी, जोन कमिश्नर वासुदेव चौहान, सहायक संचालक प्रकाश चंद्र रायकवार, अधीक्षक भोलाराम कीर, जगदीश प्रसाद मीना
वन विभाग
उपवन क्षेत्रपाल सहा.परिक्षेत्र अधिकारी मोहनदास मानिकपुरी, वनमंडल अधिकारी एसपी रजक, वन परिक्षेत्र अधिकारी रमन बी सोमावार, उपवन क्षेत्रपाल सुखदास नाग, सहायक वन संरक्षक दिव्या गौतम
सहकारिता विभाग
सहायक विस्तार अधिकारी अनिता नन्दे, गोपाल प्रसाद बिन्द, अंकेक्षण अधिकारी सुभाष कोल्हे
लोक निर्माण विभाग
कार्यपालन अभियंता राकेश कुमार, उप अभियंता संजय जेम्स
योजना, आर्थिक-सांख्यिकी विभाग
एएसओ विष्णुदास मानिकपुरी, अन्वेषक कमल कुमार माहौर
पशुधन विकास विभाग
संयुक्त संचालक अंजना नायडू, सहायक ग्रेड-3 गिरजा प्रसाद, सहा.पशु चिकि.क्षेत्र अधिकारी पल्लवी मेश्राम, सहायक ग्रेड-1 कपना लिखार, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी बाबूराव पातरे, सहायक ग्रेड-3 पार्वती राय उर्फ प्रीति जेम्स
खेल-युवा कल्याण विभाग
वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेंद्र डेकाटे
केन्द्र सरकार/बैंक/जीवन बीमा निगम में भी फर्जी प्रमाण पत्र
बैंक लिपिक, ग्रामीण बैंक, कैशियर कम क्लर्क, भारतीय स्टेट बैंक राजेन्द्र कुमार गोन्नाडे, लिपिक सह रोकडिय़ा, भारतीय स्टेट बैंक सुलोचना सूरज, लिपिक भारतीय स्टेट बैंक विद्या वरूडकऱ
केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग
स्टाफ नर्स रीना मसीह
इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड, नई दिल्ली
उप प्रबंधक, इंजीनियर्स इण्डिया लिमिटेड, नई दिल्ली (प्रायवेट) निलेश कुमार भगोरिया
केन्द्रीय विद्यालय संगठन, मुंबई
प्राचार्य केपी मण्डल
भारतीय जीवन बीमा निगम
सहायक अमृतनंद, लिपिक शशि प्रसाद साहू, विद्या गोन्नाडे (डेकाटे)
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर
तकनीकी सहायक अविनाश सेंदूर
भारतीय रेलवे
टीसी कृष्णा राव, सहायक मंडल रणजीत सिंह, वर्कशॉप सहायक रवि कुमार डोंगरे
रविवि रायपुर
रीडर डॉ. मनीष कुमार राय, सहायक कुल सचिव डीडी सरोदे
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल
सब इंस्पेक्टर शारदा मारोति, कॉन्सटेबल के एल फ्रांसिस
डाक-तार विभाग
निरीक्षक लक्ष्मी नारायण महतो, डाकिया भुवन शांडिल
केन्द्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क विभाग
निरीक्षक राजकुमार बोकाडे
दूरदर्शन केंद्र रायपुर
तकनीशियन रोशन दास मसीह
कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय
हिन्दी अनुवादक ग्रेड-2 अरूण कुमार कुम्भारे, वरिष्ठ सामाजिक सुरक्षा सहायक राजू निनावे
छग राज्य इंडस्ट्रीयल डेव्ह.कार्पो.लिमि.
प्रबंधक शंकर कुमार सोनवानी
इन जनप्रतिनिधियों के प्रमाण पत्र फर्जी
अध्यक्ष नगर पंचायत नवागढ़ सीताराम, पार्षद पूर्णिमा नाग, सरपंच सावित्री बाई, पार्षद नगर निगम राजेन्द्र सिंह अरोरा, अध्यक्ष जनपद पंचायत फिंगेश्वर राघोबा महाडिक़, अध्यक्ष नगर पंचायत सतनाम सिंह खनूजा, पार्षद नगर निगम अफरोज अंजूम, सरपंच शोभराज दावड़ा, जनपद सदस्य सेराज खान, जिला सदस्य विरेन्द्र सूर्यवंशी, पार्षद नगर पालिका बीरगांव अशोक कुमार बघेल, सरपंच महेश कुमार बया, चतुर राम मेश्राम, आशा लता, कनक नागे, महेश प्रसाद, विधायक स्व अजीत प्रमोद कुमार जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी।