
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)।अंचल में जगह जगह चल रही बिना स्वीकृत रेत खदानों में मनमाने ढंग से किए जा रहे उत्खनन एवं दिन रात 24 घंटे बड़ी बड़ी हाईवा गाड़ियों में धड़ल्ले से हो रहे परिवहन का समाचार पिछले 3-4 दिनों से लगातार प्रकाशित किए जाने के बाद भी खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही के नाम पर मिलीभगत के चलते मात्र झूठा दिखावा किया जा रहा था। मंगलवार को जिलाधीश महोदय के समक्ष रेत खदान में हो रही घोर अनियमियता मनमाने ढंग से कई कई चैन माऊंटिग लगातार मनमाने उत्खनन कर सैकड़ों हाईवा परिवहन किए जाने की शिकायत की गई तो उन्होंने तत्काल खनिज इन्सपेक्टर को छापामार कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इस पर वहीं पुराने ठर्रे के चलते रेत माफिया को पता लग लगया कि कार्यवाही होने वाली है तो रेत खदान से तत्काल सभी चैन माऊंटिग हटा दी गई। कलेक्टर के निर्देश पर जब खनिज इन्सपेक्टर रेत खदान पहुंचे तो वही ढाक के तीन पात। रेत खदान बंद, स्पॉट पर न एक भी चैन माऊंटिग और न ही एक भी हाईवा मिली और पंचायत इन्सपेक्टर ने सीना तानते हुए कलेक्टर महोदय को रिर्पोट कर दी कि रेत खदान पूर्णतः बंद है। शिकायत झूठी है। कलेक्टर महोदय भी अपने मातहत की सूचना को सही मानकर निश्चित हो गए। आज बुधवार को उसी हथखोज रेत खदान में शिकायतों के चलते छत्तीसगढ़ की नई नवेली भाजपा सरकार की हो रही बदनामी के मददेनजर महासमुंद पुलिस ने मजबूर होकर अपनी सीमा से लगी हथखोज रेत खदान में पूरी तैयारी के साथ खनिज अधिकारियों को बिना जानकारी देकर छापामारी की तो वहां से चौकाने वाले मनमाने ढंग से प्रतिदिन लाखों रूपयों की रेत 3-4 चैन माऊंटिग से खुदाई कर सैकड़ों हाईवा वाहन परिवहन करने के पुख्ता प्रमाण सहित रेत खदान में नदी के बीचों बीच खनन करती 3 चैन माऊंटिग मशीन एवं 25 हाईव गाड़िया महासमुंद पुलिस ने जब्त की है। फिंगेश्वर थाना अन्तर्गत एवं गरियाबंद जिले की रेत खदान से अनियमित रेत उत्खनन की कार्यवाही महासमुंद पुलिस को करनी पड़ी है। यह कार्यवाही निश्चित गरियाबंद जिला प्रशासन सहित जिला खनिज विभाग गरियाबंद की कार्य पद्धति पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। महासमुंद पुलिस द्वारा जब्त की गई 25 हाईवा को पुलिस थाना महासमुंद में खड़ा किया गया है। तीनों चैन माऊंटिग मशीन रेत घाट में ही खड़ी है। अब गरियाबंद जिले की रेत खदान में हुई कार्यवाही का मामला कैसे महासमुंद जिला में चलेगा यह काफी दिलचस्प होगा। ग्राम हथखोज के ग्रामीणों ने बताया कि जब भी यहां अवैध खनन एवं मनमाने ढंग से परिवहन की शिकायत की जाती है तो 2-4 शिकायतों में तो कार्यवाही नहीं होती जब कुछ बड़ी शिकायत बाजी होती है तो खनिज विभाग सेटिंग के चलते आते है और शिकायत झूठी बताकर खानापूर्ति कर चले जाते है। कल ही खनिज इन्सपेक्टर यहां आए थे और खदान बंद है बताकर चले गए। फिर आज महासमुंद पुलिस द्वारा इतनी बड़ी कार्यवाही को अंजाम देना गरियाबंद खनिज विभाग की कार्यवाही पर एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है। नई सरकार के नए विधायक मंत्रियों से गरियाबंद खनिज विभाग में व्याप्त मनमाने भ्रष्टाचार की स्पष्ट आज की तस्वीर के बाद अमूल चूल कार्यवाही की अपेक्षा ग्रामीणों ने की है।