
शिविर में लगा देशी तड़का, मुठिया अंगाकर रोटी का लुत्फ उठा रहे शिविरार्थी
छुरा (गंगा प्रकाश)। शासकीय कचना ध्रुवा महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना अंतर्गत सात दिवसीय विशेष शिविर का रंगारंग समापन हुआ। शिविरार्थियों ने प्रतिदिन अलसुबह निरोगी रहने के गुर सीखे। पश्चात रैली द्वारा ग्रामवासियों को पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, प्रकृति प्रेम, भाईचारा, समरसता, सद्भाव हेतु जागरूक किया। परियोजना कार्य अंतर्गत परिश्रम द्वारा गांव-गली, शाला परिसर की साफ सफाई की गई। बच्चों द्वारा स्वयं ही भोजन तैयार किया गया। जिसमें गढ़कलेवा की तर्ज पर देशी व्यंजनों का तड़का लगाते दिखे। बच्चों ने कभी फरा (मुठिया), तो कभी अंगाकर रोटी, सिलबट्टा चटनी का भी लुत्फ उठाया। बौद्धिक चर्चा में नए-नए तथ्यों से रूबरू होने का अवसर मिला। ग्रामवासी एवं छोटे बच्चों से जुड़ाव हेतु नए-नए खेल खिलाया गया। दिनभर के थकान को दूर करने रंगारंग सांस्कृतिक गुलदस्ता प्रस्तुत किए। जिसमें अपनी संस्कृति, विरासत को बारहमासी गीतों, पंडवानी, संदेशप्रद नुक्कड़ नाटक से जनमानस को मनोरंजन के साथ प्रेरक संदेश भी प्रदान किए। शिविरार्थियों के उत्तम स्वास्थ्य हेतु योग की गंगा बहाने के लिए पतंजलि योग समिति जिला प्रभारी अर्जुन धनंजय सिन्हा को पौधा भेंटकर सम्मानित किया गया। पूरे योग परिवार को निः श्वार्थ रूप से सेवा देने के लिए कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर विनीत कुमार साहू द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। योगविद अर्जुन धनंजय सिन्हा ने कहा कि प्रकृति से जुड़ने की प्रेरणा के साथ सम्मान पाकर गदगद है। स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि सात दिनों तक सुव्यवस्थित दिनचर्या का पाठ आपने सीखा है, उसे नियमित रूप से अपनाए और दूसरों को भी प्रेरित करें। योग सतत की जाने वाली साधना है जिसका प्रतिफल स्वस्थ, दीर्घायु जीवन के रूप में मिलता है। अंतिम दिवस कठिन आसनों के प्रदर्शन ने सभी को रोमांचित किया। अर्जुन धनंजय सिन्हा द्वारा षट्कर्म का भी अभ्यास कराया गया। योग प्रशिक्षक पोखन ठाकुर, कराटे स्पेशलिस्ट लुकेश्वर साहू, दीपक ठाकुर, कामेश यादव, रेखचंद साहू ने भी प्रेरक गीतों, छत्तीसगढ़ी, उड़िया गीतों पर सुंदर तरीके से जुंबा, एरोबिक्स, कराटे का अभ्यास कराया। सभी कुशल प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया। प्राचार्य सी.एच. पटेल, प्रोफेसर डी.आर.साहू, डॉक्टर सी.एस. सिकरवार, रागिनी ठाकुर सहित पूरा स्टाफ सफल शिविर के सहभागी बने। शिविर में स्वयंसेवक चांदनी, संजू, देवकी, यादकुमारी, खगेश, रोहन, परमेश्वर, रोहन, पुरुषोत्तम, दिव्यानी, किरण, बुधियारीन, जीतू दीवान, दीपिका, सीमा, जितेंद्र, छत्तर, जय, प्रत्यूष, संतोष, पूर्णिमा, राधिका, भूमिका, हाफिज अली आदि ने पूर्ण सहभागिता निभाई।