
समूह से ऋण लेकर खोली कपड़े की दुकान
उत्तर बस्तर कांकेर (गंगा प्रकाश)। ’विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के अंतर्गत जिले के भानुप्रतापपुर विकासखंड के गांव संबलपुर में बुधवार 20 दिसम्बर को आयोजित शिविर में ’मेरी कहानी मेरी ज़ुबानी’ के माध्यम से संबलपुर निवासी हितग्राही श्रीमती पवारा पुजारी ने अपनी बात रखते हुए बताया कि पहले उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और रोजगार का कोई साधन नहीं होने से उन्हें काम भी नहीं मिल रहा था। फिर उन्होंने गांव की सरस्वती महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ीं और इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ से रोजगार प्राप्त हुआ।
श्रीमती पुजारी ने बताया कि स्वसहायता समूह से जुड़ने के बाद बिहान योजना अंतर्गत स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए उन्हें कम ब्याज दर पर दो लाख रुपए का लोन मिला, जिससे उन्होंने कपड़ा दुकान शुरू किया। इसके अलावा वे दुकान पर ही सिलाई का कार्य भी करती हैं। उन्होंने बताया कि इस व्यवसाय से उन्हें हर महीने लगभग 15 हजार रुपए से अधिक की आय प्राप्त हो रही है, इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। बिहान योजना का लाभ उठाकर श्रीमती पुजारी आत्मनिर्भर होकर स्वयं का व्यवसाय संभाल रही हैं और उन्हें परिवार चलाने में भी मदद मिल रही है। अब वे और उनका परिवार काफी खुश हैं और पहले से बेहतर जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहान योजना से न केवल उनका बल्कि समूह की सभी महिलाओं का भी उत्थान हुआ है और उनके जीवन में सुखद बदलाव आया है और सभी नियमित रूप से आमदनी प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने बिहान योजना के लिए शासन का आभार माना।