
लखनपुर (गंगा प्रकाश): लखनपुर के दुरुस्त वनांचल ग्राम पंचायत डांडकेसरा में आज सोमवार को नर्सरी के समीप जंगली भालू के पंजे में फंसे एक 13 वर्षीय बालक के लिए चौकीदार भगवान बन गया। 50 वर्षीय चौकीदार जीवित राम ने साहस के साथ भालू से मुकाबला कर बालक की जान बचाई। ग्रामीणों के द्वारा बहादुर चौकीदार की तारीफ की जा रही है वहीं बालक के परिजनों ने कृतज्ञता प्रकट की है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक डांडकेसरा निवासी कृपालु यादव के द्वारा घर से करीब 700 मीटर की दूरी पर मवेशियों को रखने मड़ई बना मवेशी पालन किया गया है। आज शनिवार को उसका 13 वर्षीय पुत्र संदीप दूध लेने के लिए मड़ई जा रहा था, इसी बीच समीप की झाड़ियों से अचानक एक भालू बाहर निकाला और उसके सामने आ गया। समीप में ही वन विभाग के नर्सरी की रखवाली के लिए वहां चौकीदार जीवित राम मौजूद था। भालू के हमले से चीखे जाने पर आवाज सुन उसकी नजर बालक और भालू पर पड़ी। उसने फौरन टांगी उठाया और अपनी जान की बगैर परवाह किए बालक को बचाने दौड़ पड़ा। उसने बालक को हौसला देते हुए भालू के ऊपर टांगी के पिछले हिस्से से हमला करना शुरू कर दिया। जिससे घबराकर भालू भाग खड़ा हुआ। चौकीदार ने तत्काल इसकी सूचना बालक के परिजनों को दी। घायल बालक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमलेश्वरपुर में लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। इधर बालक की जान बचाने पर ग्रामीणों के द्वारा चौकीदार की तारीफ करते हुए जिला प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक से चौकीदार को पुरस्कार दिलाए जाने की मांग भी की है।